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नेपाल में हुई सड़क दुर्घटना में घायल हुआ भारतीय बाघ चंदू

देव श्रीवास्तव/लखीमपुर खीरी।
भारत नेपाल सीमा के निकट बर्दिया राष्ट्रीय निकुंज पार्क अर्मेनी चेक पोस्ट के पास शनिवार की सुबह एक दुर्घटना में एक बाघ के घायल होने की खबर दुधवा प्रशासन को मिली। जिसके बाद जब दुधवा प्रशासन ने जानकारी इकट्ठा की तो पता चला कि वह भारतीय बाग है, जिसका नाम चंदू है। बाद बता दें कि कुछ माह पूर्व भारत से बाघ चंदू खुली सीमाओं के चलते नेपाल पहुंच गया था। दुधवा अधिकारी उसे लगातार सुरक्षित होने का दावा कर रहे थे।
आपको बता दें कि नेपाली कार संख्या बा 8 च 3918 की टक्कर से शनिवार की सुबह बाघ चंदू घायल हो गया। जिसके बाद उसे नेपाल के बर्दिया स्थित बाघ संरक्षण केंद्र भेज कर उसका उपचार किया जा रहा है। आपको बता दें कि बाघ के दो दांत टूट गए हैं। साथ ही और भी गंभीर चोटें आयी हैं।
पीलीभीत में युवती पर हमला करने के बाद ट्रैंकुलाइज कर दुधवा टाइगर रिजर्व में छोड़े गए चंदू बाघ की लोकेशन नेपाल के जंगल में मिल रही थी। उसके गले में सैटेलाइट आधारित रेडियो कॉलर लगाया गया था। जिस वजह से हर घंटे उसकी लोकेशन ट्रेस की जाती थी। विशेषज्ञों का कहना था कि इस तरह के बाघ को जंगल में अपनी टेरेटरी बनाने में परेशानी आती है। चंदू के साथ भी यही हुआ। उसे जंगल के जिस भीतरी इलाके में छोड़ा गया था वह उसे छोड़ अलग-अलग जगहों पर नजर आने लगा। यह अच्छी खबर नहीं थी। बाद में उसने नेपाल की तरफ रूख कर लिया और यहां मसानखंभ के आस पास वह नजर आया। इस जगह पर उसने नेपाल के कुछ गांवों में घुसकर वहां पालतू पशुओं को अपना निवाला भी बनाया था। दुधवा टीम उसे जंगल में खदेड़ने की कोशिश करती रही। चूंकि नेपाल और दुधवा के जंगल सटे हुए हैं ऐसे में चंदू के वहां जाने की आशंका पहले से ही जताई जा रही थी। 
आपको बता दें कि कुछ माह पूर्व भारतीय मीडिया को दिए बयान में डिप्टी डायरेक्टर महावीर कौजलगि ने बताया था कि हम लगातार नेपाल के अधिकारियों से संपर्क में हैं और चंदू के बारे में लगातार जानकारी ली जा रही है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि भारतीय बाघ चंदू की सुरक्षा आखिर किसके जिम्मे थी?