Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

इन फूड्स को खाकर आप बढ़ा सकते हैं अपना स्पर्म काउंट

लाइफस्टाइल|

आजकल के लाइफस्टाइल के चलते बीमारियां आसानी से हमें घेर लेती हैं.इसी के चलते हमारी प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित कर रहा है.इसलिए आपका अपने खान-पान पर विशेष ध्‍यान रखना बहुत जरूरी है। जिससे कि महिलाओं को गर्भधारण में आसानी होगी और पुरूषों का स्‍पर्म काउंट भी बेहतर होगा। आइए जानते हैं ऐसे कौन से खाद्य पदार्थ हैं, जो प्रजनन क्षमता बढ़ाने में मददगार हैं। 

ब्रॉकली:ब्रॉकली का सेवन कई बीमारियों को दूर करने में मदद करने के साथ गर्भवती महिलाओं और बच्‍चे की प्‍लानिंग कर रहे महिला व पुरूषों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। ब्रॉकली में विटामिन बी1, बी2, बी3, बी6, विटामिन सी, विटामिन के, आयरन, मैग्‍नीशियम, जिंक जैसे कई पोषक तत्‍व पाये जाते हैं, जो त्‍वचा को स्‍वस्‍थ और इम्‍युनिटी पावर बढ़ाने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद विटामिन सी और जिंक महिलाओं की प्रजनन क्षमता और पुरूषों में स्‍पर्म काउंट बढ़ाने में मददगार होते हैं।  

संतरा:विटामिन सी आपके अच्‍छे स्‍पर्म बनाने में मदद करता है। संतरा ऐसा फल है, जिसमें कि विटामिन सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है इसलिए यदि आप बच्‍चे की प्‍लानिंग कर रहे हों, तो संतरे और अन्‍य खट्टे फलों का सेवन करें। इससे स्‍पर्म कांउट बढ़ाने में मदद मिलती है।

टमाटर:आप टमाटर का सेवन भी कर सकते हैं, इसमें लाइकोपीन नामक एंजाइम मौजूद होता है। लाइकोपीन स्‍पर्म बढ़ाने और फर्टिलिटी बढ़ाने में सहायक होता है।

केला:केले स्‍वास्‍थ्‍य के लिए काफी हेल्‍दी माना जाता है। इसलिए बहुत से लोग रोजाना बनाना शेक बनाकर पीते हैं। जो कि आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक हैं। केला विटामिन बी6 की कमी को दूर कर स्‍पर्म बनाने में मददगार है।

कद्दू के बीज:जानकर हैरानी होगी लेकिन कद्दू के बीज प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके लिए आप कद्दू के बीजों को कच्‍चा या फिर खाने के साथ मिलाकर खा सकते हैं। कद्दू के बीजों में  अमीनो एसिड और फाइटोस्‍टेरॉल होता है, जो कि महिला और पुरूषों में प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में सहायक है। अध्‍ययनों से पता चलता है कद्दू के बीजों का सेवन से शरीर में टेस्‍टोस्‍टेरोन, शुक्राणुओं की संख्‍या को बढ़ाया जा सकता है।