समय की कमी के चलते ज्यादातर यूजर्स अपने इनबॉक्स को कई दिनों तक चेक नहीं कर पाते हैं. ऐसे में मेलबॉक्स को ऑर्गनाइज्ड रखना मुश्किल हो जाता है, जिससे उसमें मैसेजज का ओवरफ्लो हो जाता है और मेल्स का ढेर लग जाता है. अगर आपप इस समस्या से बचना चाहते हैं और अपने इनबॉक्स को मैनेज करना चाहते हैं तो कुछ ईमेल फोल्डर्स को महत्वपूर्ण टूल्स की तरह इस्तेमाल करके आप आसानी से ऐसा कर सकते हैं. जानिए इन तीन काम के टूल्स के बारे में…
फॉलोअप फोल्डर
ऐसा अक्सर होता है कि किसी मेल को पढ़कर बंद कर देने के बाद उससे जुड़े काम करना हम भूल जाते हैं और वह मेल इनबॉक्स में कहीं खोकर रह जाता है. ऐसा न हो इसके लिये आप फॉलोअप फोल्डर बनाएं. इसमें आप उन ईमेल्स को रख सकते हैं जिनका काम करना बाकी हो. काम पूरा होने के बाद इन्हें तुरंत हटा दें. इस तरह आप फॉलोअप फोल्डर को किसी भी समय खोलकर बकाया काम को पूरा कर सकते हैं.
रेफरेंस फोल्डर
कई बार आपके ईमेल्स में महत्वपूर्ण रसीद, रिमाइंडर, निर्देश और दूसरे अहम डॉक्यूमेंट्स होते हैं जिन्हें आप खोना नहीं चाहते है. इन्हें खोजने के लिये सर्च का ऑप्शन होता है लेकिन कई बार मदद नहीं करता. ऐसे में आपको रेफरेंस फोल़्डर मदद करेगा.यहां आप उन सभी डॉक्यूमेंट्स को संभाल कर रख सकते हैं जिनकी जरूरत आपको बाद में पड़ सकती है.
ड्यूडेट फोल्डर
कुछ लोगों के लिये कैटेगरी बेस्ट फोल्डर्स मददगार नहीं होते हैं. अगर आप इनमें शामिल हैं तो आपके लिये ड्यूडेट्स पर आधारित फोल्डर बनाना सही होगा. अर्जेंट टास्क के लिये टुडे फोल्डर और दूसरे टास्क्स के लिये दिस वीक या दिस मंथ का फोल्डर बनाएं. ऐसा करके आपको वरीयता के हिसाब से काम पूरा करने में मदद मिलेगी.