आप सभी जानते ही होंगे कि सामान्यतय: स्वस्तिक शब्द को “सु” एवं “अस्ति” का मिश्रण योग माना जाता है और यहाँ “सु” का अर्थ है- शुभ और “अस्ति” का- होना. ऐसे में संस्कृत व्याकरण के अनुसार “सु” एवं “अस्ति” को जब संयुक्त किया जाता है तो जो नया शब्द बनता ...
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