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आज है इंडियन टीम के दादा का जन्मदिन, विवादों से रहा है पुराना नाता

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली शुक्रवार को 46 साल के हो गए और भारतीय क्रिकेटप्रेमियों के चहेते ‘दादा’ को सोशल मीडिया पर सभी तबकों से बधाई मिली.आज भारतीय टीम के सबसे हैंडसम, डैंशिंग, क्यूट और सक्सेसफूल लेकिन पूर्व कैप्टन में से एक सौरव गांगुली का जन्मदिन हैं, भले ही वो एक क्रिकेटर को रूप में मैदान से दूर हों लेकिन वो क्रिकेट से दूर नहीं है. सौरव आज भी एडवाइजर और कमेंटटेटर के रूप में क्रिकेट से जुड़े हुए हैं. दादा की शख्सियत एक आक्रामक और प्रभावी कप्तान की थी लेकिन इस वजह से उनके पूरे करियर के दौरान विवाद उनसे हमेशा जुड़े रहे.

अंपायर के फैसले का विरोध

गांगुली के आक्रामक रवैये के चलते वो कई बार मैदान पर अंपायर से भिड़े हैं और इसके चलते उन्हें सस्पेंशन भी झेलना पड़ा है. साल 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बैंगलोर टेस्ट के दौरान आउट दिए जाने के बाद गांगुली ने अंपायर का फैसला मानने से इंकार कर दिया था. इसके बाद 2000 में जिम्बाब्वे के भारत दौरे पर गांगुली को अंपायर से भिड़ने की कोशिश करने की वजह से बैन लगा था. ठीक एक साल बाद श्रीलंका दौरे पर गांगुली एक बार फिर आउट दिए जाने के बाद अंपायर से भिड़ गए. उन पर एक वनडे मैच का बैन लगाया गया था. 2005 में धीमी ओवर रेट के चलते उन पर 6 मैचों का बैन लगा था.

लॉर्ड्स की बॉलकनी पर टी-शर्ट घुमाना

गांगुली के करियर का सबसे मशहूर विवाद यही होगा, हालांकि इसे विवाद कहना सही नहीं होगा, लेकिन गांगुली से पहले शायद ही किसी क्रिकटेर ने लॉर्ड्स की बॉलकनी पर खड़े होकर अपनी टी-शर्ट निकालकर हवा में घुमाई होगी. टीम इंडिया ने युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ की शानदार साझेदारी की मदद से नेटवेस्ट फाइनल जीता था और गांगुली ने अपने अंदाज में जीत का जश्न मनाया. अगर राहुल द्रविड़ हरभजन सिंह को नहीं रोकते तो शायद उस दिन पूरी भारतीय टीम गांगुली की तरह नजर आती. टीम इंडिया के पूर्व कोच ने इंडियन समर्स में लिखा था कि हरभजन ने पूरी टीम के साथ में टी-शर्ट उतारने का प्लान बनाया था लेकिन द्रविड़ ने उन्हें रोक दिया.

ग्रैग चैपल

सौरव गांगुली-ग्रैग चैपल भारतीय टीम के सबसे बड़े विवाद के अहम कारण हैं. साल 2005 में जॉन राइट की जगह टीम इंडिया के कोच बने चैपल ने उस समय खराब फॉर्म से गुजर रहे गांगुली से साफ कहा था कि कप्तानी का दबाव उनकी बल्लेबाजी को प्रभावित कर रहा है. गांगुली ने मीडिया के सामने कहा था कि उन्हें कप्तान पद से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था. विवाद तब और बढ़ गया जब चैपल ने बोर्ड को अपने और गांगुली के बीच के मतभेद को लेकर चिट्ठी लिखी. जिम्बाब्वे दौरे के बाद गांगुली को वनडे टीम में बाहर कर दिया गया. गांगुली के टीम से बाहर होने से कोलकाता में फैंस इतने ज्यादा गुस्सा हुए कि उन्होंने वनडे मैच के दौरान दक्षिण अफ्रीका टीम का समर्थन किया.