देव श्रीवास्तव/लखीमपुर खीरी।
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में वन विभाग की टीम ने हजारों तोतों को पकड़ कर ले जा रहे तीन तस्करों को मंगलवार की रात धर दबोचा। जिसकी जानकारी बुधवार को मीडिया को दी। गई पकड़े गए दोनों शिकारियों को वन अधिनियम की धाराओं में जेल भेज दिया गया है। इनमें दो तस्कर उत्तराखंड के निवासी हैं।
- जानकारी देते हुए फील्ड डायरेक्टर रमेश कुमार पांडेय ने बताया कि डाॅ अनिल कुमार पटेल डीडी बफर जोन के आदेश पर एक टीम गठित की गई थी जो रात्रि के दौरान भ्रमण कर यह सुनिश्चित करती थी कि कोई भी शिकारी किसी भी तरह के वन्य जीव पशु या पक्षी को नुकसान न पहुंचाएं।
- इसी क्रम में मंगलवार की रात टीम ने तीन शिकारियों को पकड़ा। जिनके पास से हजारों की तादात में तोतों को बरामद किया गया। शिकारियों से पता चला कि वह विभिन्न प्रकार के तोतों को पीलीभीत ,खटीमा और दुधवा के जंगलों से पकड़कर दूसरे शहरों में सप्लाई करने के लिये जा रहे थे।
- सूचना मिलते ही टीम ने तस्करों का खुटार रोड से पीछा कर तीन को गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से उत्तराखंड के नंबर की एक बुलोरो गाड़ी और लगभग तीन से चार हजार तोतों को बरामद किया गया। तीनों अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान पता चला कि यह तीनों तस्कर काफी समय से बेशकीमती पक्षियों को पकड़कर विभिन्न शहरों में सप्लाई किया करते हैं। इनका यह तस्करी का कार्य अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी किया जा रहा है।
- इन तस्करों में दो उत्तराखंड व एक उत्तर प्रदेश का है। जिसमें सनी पुत्र जंगबहादुर निवासी मोहल्ला बड़गुलशेरखां बारापत्थर कोतवाली पीलीभीत, राकेश पुत्र बलदेव और बिल्हन पुत्र रामलाल निवासी मझौला दाहफार्म तहसील खटीमा जिला उधम सिंह नगर उत्तराखंड के हैं। तीनों तस्कर तोतों को बेचने के लिये नखास लखनऊ के एक व्यापारी के पास जाने वाले थे। पकड़े गए सभी तोतों को दुधवा के घने जंगलों में छोड़ दिया गया है। तीनों तस्करों को तस्करी सहित विभन्न धाराओं में जेल भेज दिया गया है।