भारत और नेपाल के रिश्तों में आई खटास को कम करने के लिये एक महीने पहले नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली अपने पहले विदेश दौरे पर भारत आए थे और अब भारत के पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर नेपाल पहुंच गये हैं.
पीएम मोदी नेपाल दौरे पर
पहली बार ऐसा हुआ है कि पीएम मोदी ने अपनी नेपाल यात्रा राजधानी काठमांडू से न करके मां सीता की जन्मस्थली जनकपुर से शुरू की है. इसके बाद उन्होंने अयोध्या-जनकपुर के बीच बस सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. जनकपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि नेपाल के बिना राम अधूरे हैं. मोदी ने नेपाल-भारत के संबंधों में 5 टी ट्रेड, ट्रेडिशन, ट्रांसपोर्ट, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी का फॉर्मूला दिया. मोदी नेपाल में एक हाइड्रो प्रोजेक्ट की नींव रखेंगे.
अयोध्या से चलेगी जनकपुर के लिये बस
मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मुझे गर्व है कि यहां आकर माता सीता की पूजा करने का सौभाग्य मिला. मैं भारत का पहला प्रधानमंत्री हूं जिसने जनकपुर में आकर पूजा की. मैं नेपाल के प्रधानमंत्री का शुक्रिया करना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में टूरिज्म तेज गति से आगे बढ़ रहा है. हम दोनों देश मिलकर रामायण सर्किट की योजना को आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेरे लिए खुशी की बात है कि जिस यूपी के बनारस ने मुझे प्रधानमंत्री बनाया और उसी यूपी के अयोध्या से जनकपुर की बस सर्विस शुरू हो रही है.