भुवनेश्वर: ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त बिष्णुपदा सेठी ने बताया है कि उष्णकटिबंधीय चक्रवात ‘तितली’ के ओडिशा-आंध्र प्रदेश तट की तरफ बढ़ जाने के बाद राहत और बचाव अभियान के मद्देनज़र 300,000 लोगों को प्रभावित इलाकों से आश्रय शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि चूंकि टिटली के बारे में चेतावनी थी, इसलिए हमने प्रभावित इलाकों की पहचान की और लोगों को हमारे आश्रयों में स्थानांतरित कर दिया, हमने पूरे राज्य में बड़ी संख्या में बहुउद्देश्यीय आश्रयों का निर्माण किया है.
रात भर में 300,000 लोगों को स्थानांतरित
#WATCH: Early morning visuals of #TitliCyclone making landfall in Srikakulam's Vajrapu Kotturu. #AndhraPradesh pic.twitter.com/x7H4yoF7ez
— ANI (@ANI) October 11, 2018
उन्होंने कहा कि 1100 से अधिक आश्रयों में हमने लगभग 300,000 लोगों को रात भर में स्थानांतरित किया है.साथ ही गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाया गया है. यह एक बहुत ही विस्तृत ऑपरेशन था और हम यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि इस तूफ़ान में किसी भी मनुष्य की जान न जाए और हमे ख़ुशी है कि हम ऐसा करने में कामयाब रहे हैं.
राज्य की तैयारी पर विस्तार से बताते हुए राहत आयुक्त ने कहा, हम सभी चेतावनियां और पूर्वानुमान बहुत गंभीरता से ले रहे थे और चक्रवात को ट्रैक कर रहे थे. हमने लोगों को समुद्र में जाने से रोक दिया था.
हमने ओडिशा आपदा प्रतिक्रिया बल की 20 इकाइयों के साथ विभिन्न जिलों में एनडीआरएफ के 30 इकाइयों को तैनात किया है.
हमारे पास लगभग 335 अग्नि इकाइयां थीं जिन्हें तैनात किया गया था और चक्रवात भूमिगत होने के बाद सड़क कनेक्टिविटी को बनाए रखने के लिए सफाई अभियान शुरू किया गया था.