विश्व कप 2019 के एक अन्य मुकाबले में आज (15 मई) अफगानिस्तान के खिलाड़ी द. अफ्रीका को चुनौती देने काउंटी ग्राउंड पर उतरेंगे। दोनो टीमों के बीच होने वाला यह मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। हालांकि क्रिकेट पंडितों ने इस मैच में अफ्रीका का पलड़ा भारी बताया है, लेकिन माना यह भी जा रहा है कि अफगानिस्तान कभी भी बड़ा उलटफेर कर सकती है।
अफगानिस्तान और द. अफ्रीका के अब तक के विश्व कप के सफर पर गौर करें तो दोनों ही टीमें अब तक जीत का खाता नहीं खोल सकीं हैं। अनुभवहीन बल्लेबाजी होने के कारण अफ्रीका को कभी भी जीत का प्रबल दावेदार नहीं माना गया। उनके अभी तक के प्रदर्शन ने इस बात को साबित भी किया है। वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले मैच में उसके सामने हार की हेट्रिक टालने की चुनौती थी और इसमें बारिश ने उसका साथ किया जिसके कारण मैच नहीं हो सका था।
वहीं अफगानिस्तान इस विश्व कप में छुपे रुस्तम का तमगा लेकर आई है लेकिन उलटफेर के लिए मशहूर इस टीम ने अभी तक एक भी जीत हासिल नहीं की है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हालांकि उलटफेर की संभावनाएं ज्यादा हैं। इसका कारण द. अफ्रीका की अनुभवहीन बल्लेबाजी और अफगानिस्तान की बेहतरीन गेंदबाजी। अफगानिस्तान की राशिद खान, मोहम्मद नबी और मुजीब उर रहमान की स्पिन तिगड़ी के दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों पर हावी रहने की संभावना ज्यादा है।
इस तिकड़ी को अगर खतरा हो सकता है तो बस कप्तान फाफ डु प्लेसिस और क्विंटन डी कॉक की जोड़ी से। इन दोनों के अलावा दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी क्रम में वो दम नहीं है जो बड़ी पारियां खेलने के लिए चाहिए होता है। जो चिंता दक्षिण अफ्रीका की है वही अफगानिस्तान की भी है। उसकी बल्लेबाजी में भी दम नहीं है। नूर अली जादरान, हसमातुल्लाह शाहिदी, हजरतुल्लाह जाजई को कागिसो रबादा का सामना करना होगा।
अफगानिस्तान के लिए एक अच्छी बात यह है कि उसे डेल स्टेन और लुंगी नगिदी से राहत मिली है। यह दोनों चोटिल हैं, लेकिन अकेले रबादा भी अफगानिस्तान की बल्लेबाजी को समटेने का दम रखते हैं। रबादा की तेजी के अलावा अफगान खिलाड़ियों को इमरान ताहिर की फिरकी से भी बचना होगा।