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जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे माफिया डॉन ने ‘गांधीवाद’ में किया टॉप, इग्नू से मिले 93 प्रतिशत अंक

नागपुर. केंद्रीय जेल में हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे अरुण गवली ने ‘राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्श’ की अवधारणा विषय पर आयोजित परीक्षा में टॉप किया है। यह परीक्षा हर साल सहयोग ट्रस्ट व सर्वोदय आश्रम की तरफ से गांधी जयंती के दिन आयोजित की जाती है।। पिछले साल 2 अक्टूबर को हुई परीक्षा में जेल के 160 बंदिया ने इस परीक्षा में प्रतिभाग किया। जिसमें गवली को इस परीक्षा में 93% नंबर मिले।

क्या थी महात्म गांधी आदर्श परीक्षा?

दरअसल, कैदियों ने महात्मा गांधी के आदर्श अवधारणा के विषय पर आयोजित परीक्षा में जमकर रुचि दिखाई। इस परीक्षा में 160 लोगों ने हिस्सा लिया, जिनमें चार फांसी की सजा वाले कैदी भी शामिल थे। इसी परीक्षा में अरुण गवली भी शामिल थे। उन्होंने इसमें सबसे अधिक अंक प्राप्त किए। परीक्षा के आयोजक रवींद्र भुसारी ने बताया कि गवली ने टॉप करते हुए सबसे अधिक अंक प्राप्त किये हैं।

किसकी हत्या के आरोप मे उम्रकैद की सजा काट रहे गवली?

दरअसल, अरुण गवली 2012 में शिवसेना के विधायक की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। जेल में होने वाली अलग-अलग प्रतियोगिता और कार्यक्रमों में वह भाग लेते रहते हैं। जेल अधीक्षक रानी भोसले ने बताया कि अरुण गवली जेल में समाजशास्त्र की पढ़ाई कर रहा है। वह इसी साल दिसंबर माह में इसकी परीक्षा देने वाला है। इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय जेल में बंद कैदियों को शिक्षा से जोड़ने का प्रयास कर रहा है। जेल में बंद हजारों कैदी अब तक इग्नु से विभिन्न विषयों में डिग्री ले चुके हैं। इस जेल से डिग्री लेने वालों में याकूब मेमन भी था, जिसे 1993 ब्लास्ट मामले में फांसी दी गई थी।

बिना 12वीं पास किये ग्रेजुएशन कर रहा गवली, जाने कैसे

आपको जानकर हैरान होगी कि जेल से ग्रेजुएशन कोर्स कर रहा गवली 12वीं पास भी नहीं है। दरअसल, इग्नू में विशेष प्रावधान के तहत ग्रेजुएशन कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम पास करने की व्यवस्था की है। इसी व्यवस्था के तहत जेल में बंद गवली ने जुलाई 2017 में एंट्रेंस एग्जाम दिया। इसमें वह पास हुआ और उसके बाद वो समाजशास्त्र की पढ़ाई कर रहा है। गवली जैसे कई अन्य कैदी भी इसी प्रावधान के तहत शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।