लखनऊ यूनिवर्सिटी के कैलाश हॉस्टल में हुए बवाल व पूर्व प्रोवोस्ट प्रो. शीला मिश्रा के मामले में राज्यपाल ने गंभीरता से लिया है. इस मामले में मंगलवार को राज्यपाल राम नाईक ने एलयू वीसी प्रो. एसबी निमसे को तलब कर पूरे मामले की जानकारी मांगी. प्रो. एसबी निमसे ने राजभवन पहुंचकर खुद ही पूरे मामले में रिपोर्ट और यूनिवर्सिटी की कार्रवाई की बात राज्यपाल के सामने रखी.
जिस पर राज्यपाल व कुलाधिपति ने मामले में यूनिवर्सिटी ने यूनिवर्सिटी से आगे की कार्रवाई पर भी जवाब तलब किया. साथ ही नियमों के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
प्रोवोस्ट से हटाए जाने के बाद किया था हंगामा
कैलाश हॉस्टल की पूर्व प्रोवोस्ट प्रो. शीला मिश्रा के बेटे के हॉस्टल की लड़कियों के साथ दो साल पुराने होली खेलने के वीडियो के वायरल होने के बाद हंगामा बढ़ा था. मामले में हॉस्टल की लड़कियों ने इसकी वीसी से शिकायत भी की थी. 14 मार्च को वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद कार्रवाई करते वीसी के निर्देश पर चीफ प्रोवोस्ट प्रो. एसपी त्रिवेदी ने प्रो. मनुका खन्ना को वॉर्डेन बना दिया था.
इसके विरोध में प्रो. शीला मिश्रा ने हॉस्टल में हंगामा करने के बाद मामले को आगे बढ़ा दिया. प्रो. मिश्रा के समर्थन में छात्राओं और दूसरे हॉस्टल के छात्रों ने काफी उत्पात मचाया था. 16 मार्च को तोड़फोड़ के बाद प्रो. मिश्रा समेत 118 पर पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की थी. कार्यपरिषद की जांच समिति ने भी प्रो. मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट दी थी. इस पर उन्होंने कुलाधिपति के यहां शिकायत कर मामले में कार्रवाई की मांग की थी.
कुलाधिपति को पूरे मामले की रिपोर्ट और कार्रवाई से अवगत करा दिया गया है. उन्होंने इस पूरे मामले पर दोबारा से कार्रवाई कर रिपोर्ट देने को कहा है. एक बार परीक्षाओं के समाप्त होने के बाद आरोपी छात्रों के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.