Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

इस साल सबसे कम टूरिस्ट्स आये दुधवा नेशनल पार्क,घट गयी आमदनी

देव श्रीवास्तव/लखीमपुर खीरी।
दुधवा टाइगर रिजर्व का पयर्टन सत्र शुक्रवार की शाम को समाप्त हो गया। परन्तु यह एक बड़ा सवाल छोड़ गया। पिछले 5 सालों में इस वर्ष सैलानियों की संख्या सबसे कम और कमाई के मामले में भी यह सीजन सबसे खराब रहा। जबकि पूरे वर्ष भर दुधवा में कई तरह के महत्वपूर्ण आयोजन कार्यक्रम भी होते रहे। फिर भी पर्ययटकों की घटी संख्या चौंकाने वाली है। इस बार यहां 9887 देशी और 34 विदेशी सैलानी आए। जबकि पिछले वर्ष 24334 देशी और 94 विदेशी सैलानी यहांं घूमने आए थे।
दुधवा टाइगर रिजर्व अब एक नई आस के साथ आगामी 15 नवंबर को खुलेगा। टाइगर रिजर्व का पयर्टन सत्र शुक्रवार को समाप्त हो गया है। परिसर के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया गया है। अब यह द्वार करीब 5 महीने सैलानियों के लिए 14 नवंबर तक बंद रहेगा। 15 नवंबर को नया सत्र शुरू होने के बाद ही इस के द्वार खोले जाएंगे। अब जंगल में इंसानों की गतिविधियों कम हो जाएगी। केवल पेट्रोलिंग के लिए ही वाहन अंदर जाएंगे। बारिश का सीजन निकलने के बाद खराब सड़कों की मरम्मत आदि कराने के साथ ही 5 माह बाद से दुधवा अपने नए कलेवर में सैलानियों के लिए इस्तकबाल करने को तैयार होगा।

अंतिम दिन का भी बड़ा असर 

अंतिम दिन शुक्रवार को भी टूरिस्ट हल्का ही कहा जाएगा। सुहावना मौसम था उम्मीद थी कि आखरी दिन सैलानियों की भीड़ भाड़ काफी रहेगी। लेकिन इसके उल्टा पूरे दिन यानी 2 शिफ्ट में कुल 18 वाहन ही भ्रमण कराने जंगल गये। इस खराब प्रबंधन ही कहा जाएगा, कि सैलानियों को अंतिम दिन दुधवा से जोड़ने के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किया जा सके। अगर पार्क प्रशासन कोई ऐसे व्यस्था करता जिससे अंतिम दिन सैलानियों का पार्क में ताता लगा रहता, तो शायद घटी सैलानियों की संख्या चिंता का विषय न बनती। इस सत्र में पिछले वर्ष की तुलना में दुधवा भ्रमण को आने वाले सैलानियों की संख्या काफी कम रही। सुनने में यह अजीब लग सकता है। कि विश्वविख्यात दुधवाा टाइगर रिजर्व में जहां हर वर्ष सैलानियों की संख्या इतनी अधिक बढ़ जाती थी,  कि दुधवा को बुकिंग बंद करनी पड़ती थी। ऐसे में यह सत्र इतना खराब रहेगा। इसका अंदाजा किसी को नहीं था।

आमदनी में हुई लगभग एक तिहाई की कमी

इस सत्र में पिछले वर्ष की तुलना में दुधवा भ्रमण को आने वाले सैलानियों की संख्या काफी कम रही है। सुनने में यह अजीब लग सकता है कि विश्वविख्यात दुधवा टाइगर रिजर्व जहां पर लोगों को ठहरने के लिए हट नहीं मिलती थी। वहीं इस बार दुधवा सैलानियों की राह देखता नज़र आया। जहां पर इस बार अंतर्राष्ट्रीय वर्ल्ड फेस्टिवल का आयोजन हुआ। वही इस बार सैलानियों की संख्या काफी कम रही। लेकिन यह सच है। कि इस बार दुधवा में कुल 9887 देशी और 34 विदेशी सैलानियों ने भ्रमण किया। जबकि पिछले साल 24334 देशी और 94 विदेशी सैलानी दुधवा आये थे। इससे साफ पता चलता है। सैलानियों  की संख्या बढ़ने की बजाय काफी घट गई।  जो दुधवा पार्क प्रशासन के लिए चिंता का विषय है। इस पर मंथन की जरूरत भी है। इस सत्र में पिछले वर्ष की तुलना में 40 फसीद भी सैलानी दुधवा नही आये। अगर हम राजस्य की बात करें तो पिछले वर्ष कुल 4308820 रुपये प्राप्त हुए थे। जबकि इस बार 1672 667 रुपये ही प्राप्त हो सके हैं। जोकि बहुत कम है। पिछले 5 वर्षों में यह सबसे कम सैलानियों की संख्या है और कम राजस्व की प्राप्ति भी है।
मामले पर जानकारी देते हुए तो जुगाड़ टाइगर रिजर्वव के डिप्टी डायरेक्टर नेे बताया पार्क प्रशासन शासन के सहयोग अब नई तैयारियां कर रहा है। इसके बाद सैलानियों कि संख्या बढ़ेगी। साथ ही दुधवा की आमदनी में भी इजाफा होगा और आने वाले सेनानियों को प्रबंधन बेहतर सुविधाए  मुहैय्या करा पाएगा।