Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

भारत बंद: इलाज को तड़पती रही 2 साल की मासूम, प्रदर्शनकारियों ने नहीं छोड़ा रास्ता, मौत

पटना : देश में लगातार हो रही पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि के विरोध में कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के एक दिवसीय ‘भारत बंद’ के दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। इस दौरान बिहार के जहानाबाद जिले में एक बच्ची की जान चली गई। एक वाहन के प्रदर्शन दौरान जाम में फंसने से  2 वर्षीय बच्ची को सही समय से इलाज नहीं मिल सका, जिसके चलते उसकी मौत हुई है।
पुलिस के अनुसार, गया जिले के मेन थाना क्षेत्र के बाला बिगहा गांव निवासी प्रमोद मांझी की दो वर्षीय पुत्री गौरी कुमारी की सोमवार को इलाज के अभाव में जहानाबाद में मौत हो गई। मृतक बच्ची के पिता प्रमोद ने बताया कि उसकी बेटी पिछले तीन दिनों से बीमार थी। सोमवार को उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। बच्ची को अस्पताल ले जाने के लिए उसने कई जगहों पर वाहन की तलाश की। लेकिन, भारत बंद होने की वजह से उसे कोई साधन नहीं मिला।
उन्होंने बताया कि गया के बेलागंज से एक ऑटो पर सवार होकर वे जहानाबाद सदर अस्पताल जा रहे थे, तब रास्ते में अटोरिक्शा भीषण सड़क जाम में फंस गया। बंद समर्थक किसी वाहन को आगे नहीं बढ़ने दे रहे थे और इसी दौरान बच्ची की मौत हो गई।
जहानाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) पारितोष कुमार ने इस मामले पर सीधा कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने हालांकि इतना जरूर कहा कि बच्ची को समय से इलाज नहीं मिला। पीड़ित बच्ची के परिजन इलाज के लिए घर से ही देर से चले थे।
इस बच्ची की मौत को लेकर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस हिंसा और मौत के खेल का जिम्मेदार कौन है। प्रसाद ने कहा, दवा की दुकान और ऐंबुलेंस को नहीं रोका जाता है। बिहार के जहानाबाद में कांग्रेस और विपक्ष के दलों ने ऐंबुलेंस नहीं आने दिया। इससे उस छोटी बेटी की जान चली गई। यह हिंसा का खेल बंद होना चाहिए।’