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ग्राम चौपाल:लखीमपुर पहुंचे CM योगी सुनीं जनसमस्याएं,अधिकारियों की लगायी क्लास

देव श्रीवास्तव|
लखीमपुर-खीरी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में बारी-बारी से की जा रही विकास कार्यों की समीक्षा की कड़ी में शुक्रवार को मुख्यमंत्री लखीमपुर पहुंचे। जहां कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों से विकास कार्यों व योजनाओं संबंधी जानकारी की तो वहीं इसके बाद उन्होंने ग्राम प्रधानों से मुलाकात की जिसके बाद अपने तय कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री लहौरीनगर जहां उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और उनका तत्काल निस्तारण सुनिश्चित कराया। इस दौरान उनके द्वारा संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के निस्तारण के लिए 15 दिनों का समय दिया गया जिसकी रिपोर्ट सरकार को भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं। 

CM ने किया पौधारोपण,घंटो तक ली बैठक

  •   कलेक्ट्रेट सभागार में पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले पौधारोपित किया। उन्होंने लोगों से पर्यावरण स्वच्छता को लेकर प्रत्येक व्यक्ति के द्वारा कम से कम एक वृक्ष को रोपित करने की अपील की।
  • आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने डीएम सहित समस्त अधिकारियों से उनके विभागों के माध्यम से चलाई जा रही तमाम योजनाओं का खाका मांगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान पर डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह से जानकारी की। जिसके बाद शौचालय निर्माण की प्रगति की समीक्षा की।
  • साथ ही उन्होंने हर गरीब के सिर पर छत देने वाली ग्रामीण एवं शहरी आवास योजना के बारे में भी जानकारी की। उन्होंने अधिकारियों को साफतौर पर निर्देशित किया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं का क्रियान्वयन अधिकारी ईमानदारी से करें। योजनाओं का सीधा लाभ कम समय में जरूरतमंद को मिले। ऐेसे में अगर किसी भी कर्मचारी या अधिकारी की शिकायत मिलेगी तो उस पर फौरी कार्रवाई की जाएगी।
  • करीब एक घंटे चली इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक-एक कर कई विभागों के अधिकारियों से जवाब तलब किया। इसके बाद मुख्यमंत्री कलेक्ट्रेट सभागार के बाहर बने ग्राउंड में मौजूद प्रधानों से मुखातिब हुए।
  • इस दौरान उन्होंने जहां ग्राम प्रधानों को योजनाओं के माध्यम से मिल रहे धन के सही प्रयोग के निर्देश दिए तो वहीं ग्राम प्रधानों से उनके क्षेत्र में विकास कार्यों में आ रही समस्याओं व रूकावटों की जानकारी भी की। ग्राम प्रधानों से बात करते समय उन्होंने हर ग्राम प्रधान को अपनी-अपनी ग्राम सभा में शौचालय निर्माण के गुणवत्ता बनाए रखने व गरीबों को आवास देने वाली योजना के सही क्रियान्वयन के निर्देश दिए। 

 

ग्रामीणों की सुनी समस्याएं

  • इसके बाद मुख्यमंत्री का काफिला शहर से करीब तीन किमी दूरी पर स्थित लहौरीनगर गांव पहुंचा। प्रोटोकाल के अनुसार यहां भी मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान शौचालय व आवास सहित वृद्धावस्था पेंशन, विकलांग पेंशन, विधवा पेंशन सहित अन्य सरकारी योजनाओं से जुड़ी समस्याओं को सुना।
  • साथ ही सम्बन्धित अधिकारी को तत्काल समस्याओं के निस्तारण के आदेश दिए। इसके बाद ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तमाम सरकारी योजनाएं केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार की देख-रेख में चल रही हैं। इनमें किसी भी तरह का भ्रष्टाचार बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
  • गन्ना किसानों की समस्या उन्होंने कहा कि आपके जिले की दो चीनी मिलों के द्वारा सही भुगतान प्रक्रिया नहीं की गई है। इसे लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार ने मिलों को पैकेज दिया है।
  • इस समसया पर सरकार नजर बनाए है। जल्द ही इसका निस्तारण हो जाएगा। इस दौरान प्रोटोकाल के अनुपालन के चलते मुख्यमंत्री बहुत से ग्रामीणों की समस्या सुन नहीं सके। लेकिन उन्होंने वहां आई हर शिकायत के तत्काल निराकरण के निर्देश अधिकारियों को दिए। 
  • इस दौरान जानकारी देते हुए सांसद अजय मिश्र टैनी ने बताया कि मुख्यमंत्री विकास कार्यों की समीक्षा के लिए आए थे। ग्राम प्रधानों द्वारा जो शिकायतें मिली हैं उनमें शौचालय निर्माण, प्रधानमंत्री शहरी व ग्रामीण आवास योजना सहित सड़कों व जलनिगम द्वारा पानी की टंकियों व पानी सप्लाई की शिकायतें हैं जिनके निराकरण के लिए डीएम को निर्देशित किया गया है।
  • 15 दिनों के अंदर इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी तरह की ढीलासाजी करने पर संबधित अधिकारियों के खिलाफ सरकार कठोर कदम उठाएगी। 

अधिकारियों की मंशा पर फिर गया पानी

  • मुख्यमंत्री लहौरीनगर में चौपाल लगाए जाने का कार्यक्रम तय होते ही प्रशासन यहां की व्यवस्था सुधारने में लग गया। जिस गांव की तरफ जिन अधिकारियों की कभी नजर नहीं जाती थी वह वहां डेरा जमा दिए।
  • न केवल वहां की समस्याओं को खत्म करने की पुरजोर कोशिश की जाती रहीं बल्कि ग्रामीणों से भी किसी भी प्रकार की शिकायत न करने की खुशामद-बरामद का दौर चला।
  • लेकिन ग्रामीण असलियत दिखाने का मन पहले से ही बना चुके थे। जैसे ही डीएम गांव पहुंचे और लोगों से मिले तो ग्रामीणों ने गांव की समस्याओं और विभागीय अधिकारियों के सौतेले रवैय्ये के प्रति अवगत कराना शुरू कर दिया। फिर क्या था सीएम का पारा चढ़ा और उन्होंने एक-एक कर अधिकारियों को खरी-खोंटी सुनाते हुए जल्द ही समस्याओं को निस्तारित करने के निर्देश दे डाले।