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कराने जा रहे हैं टैटू रिमूव, तो इन बातों का जरूर ध्यान दें…

आजकल युवाओं में टैटू गुदवाना एक ट्रेंड बन गया है. टैटू के नाम पर लोग ना जाने क्या क्या छपवा लेते हैं लेकिन परेशानी तब होती है जब वो उसके साथ बोर हो जाते हैं. ऐसे में वो उसे निकालने की बात करते हैं जो आसान नहीं होता. पने टैटू बनवा तो लिया लेकिन कभी सोचा है इसे रिमूव भी कराना पड़ सकता है.

क्या आपको पता है इसे रिमूव कराने में कितनी परेशानी हो सकती है. ऐसे में अगर आप फिर भी टैटू रिमूव कराना चाहते हैं तो जान लें कुछ खास बातें. 

टॉपिकल क्रीम काम नहीं करते

बाजार में ऐसे क्रीम और बाम मिलते हैं जिनके बारे में टैटू को रिमूव करने या हल्का करने का दावा किया जाता है. वास्तव में ऐसो कोई क्रीम या घरेलू उपाय नहीं है जिससे टैटू को हटाया जा सके.

लाल या पीले टैटू से छुटकारा पाना मुश्किल

कोई भी लेजर सभी कलर्स पर काम नहीं करते हैं. अलग-अलग रंग प्रकाश की अलग-अलग तरंगों (wavelength) को अवशोषित करता है. इसलिए हर मेडिकल प्रैक्टिशनर के पास अलग-अलग रंग के लिए अलग-अलग वेवलेंथ होती है. ज्यादातर पेशेवर लेज़र को खरीदते हैं जो काले और नीले रंग पर काम करते हैं. इसलिए लाल और पीले जैसे रंगों से छुटकारा पाना मुश्किल हो सकता है..

लेजर ट्रीटमेंट से जलने की स्मेल आती है

टैटू रिमूव कराने के लिए लेजर ट्रीटमेंट के बाद उस हिस्से से जलने के स्मेल आती रहती है. लेजर पल्म तकनीक में जब आपकी स्किन से टैटू रिमूव किया जाता है, तो आपको जलने के स्मेल आ सकती है.

लेजर से दर्द नहीं होता

लेजर ट्रीटमेंट से आपको केवल कुछ सेकंड के लिए दर्द होता है. लेजर वाला रूम बहुत गर्म होता है क्योंकि लेजर बहुत अधिक ऊर्जा पैदा करता है इसलिए आपको आईवियर दिया जाता है ताकि आप कुछ भी देख ना सकें.

हाथ-पैर और टखनों से टैटू हटाना मुश्किल

इन हिस्सों से टैटू हटाना लोअर बैक की तुलना में कठिन होता है. वैस्कुलर हिस्से से हटाना आसान होता है. बटक्स और अपर आर्म्स की तुलना में पेट से टैटू हटाना आसान है. जबकि हाथ-पैर और टखनों से हटाना मुश्किल होता है.

कई बार लेजर तकनीक की जरूरत

आपको टैटू रिमूव कराने के लिए दस से पंद्रह बार लेजर सेशन से गुजरना पड़ता है. स्किन को ठीक होने में भी समय लगता है इसलिए क्लिनिक में घंटों बैठे रहना पड़ता है.