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आज है बॉलीवुड के ‘फैजल’ का बर्थडे, कैमिस्ट से लेकर वॉचमैन तक की करनी पड़ी थी नौकरी

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कुछ चुनिंदा एक्टर्स ऐसे हैं, जो अपने एक्टिंग से जादूगरी जगाना जानते हैं और उनमें से एक हैं अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दकी. नवाजुद्दीन सिद्दकी ने थिएटर से टीवी और टीवी से फिल्मों तक का बड़ा लंबा सफर तय किया है. अपने रोल के प्रति उनकी खास अप्रोच उनके किरदारों को यादगार बना देती है. आज बॉलीवुड स्टार नवाजुद्दीन सिद्दकी का जन्मदिन है और वो 44 साल के हो गए हैं, नवाजुद्दीन सिद्दकी उन कालाकारों में से हैं जो छोटी सी जगह से उठकर आए और अपनी काबिलियत के दम पर बॉलीवुड में जगह बनाई. वो अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं. लेकिन आज हम उनकी फिल्मी जिंदगी नहीं बल्कि उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में बात करेंगे.

व्यक्तिगत जीवन

नवाजुद्दीन सिद्दीकी का जन्म आज ही के दिन साल 1974 को यूपी के मुजफ्फरनगर में हुआ था. ‘नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी)’ से साल 1996 में ग्रेजुएशन किया. 1999 में नवाज ने आमिर खान की फिल्म ‘सरफरोश’ में एक छोटे रोल से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की. 2003 में फिल्म ‘मुन्नाभाई MBBS’ की शुरुआत में उन्होंने एक जेबकतरे का रोल निभाया. उनके करियर में सबसे बड़ा बदलाव फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के बाद आया.

कैमिस्ट से बने एक्टर

बॉलीवुड में नाम कमाने के लिये नवाजुद्दीन ने कड़ी मेहनत की. वे कैमिस्ट की नौकरी छोड़ कर दिल्ली आ गए थे. पर उन्हें पता नहीं था की दिल्ली में करना क्या है, एक दिन उनके किसी दोस्त ने उन्हें थिएटर दिखाया. उस रंग-मंच को देख कर नवाज़ (Nawazuddin Siddiqui) को लगा की वो जो करना चाहते है उन्हें मिल गया और वो एक थिएटर ग्रुप के साथ जुड़ गए. लेकिन थिएटर में उन्हें पैसे नहीं मिलते थे और उन्होंने नोएडा में वॉचमैन की नौकरी मिल गई वो दिन भर वॉचमैन की नौकरी करते और शाम को एक्टिंग की प्रैक्टिस यानी थिएटर करते थे.

खेती करने जाते हैं गांव

आपको जानकर हैरानी होगी कि नवाजुद्दीन अपनी फिल्म की शूटिंग करने के बाद अपने गांव लौट जाते हैं और वहां जाकर अपने खेतों की देखभाल करता हैं और कुछ दिन खेती करते हुए बिताते हैं. नवाजुद्दीन के मुताबिक ऐसा करके उनके मन को काफी शांति मिलती है और फिर वो नए किरदार की तैयारी में डूब जाते हैं.