किसी संसद में चल रही चर्चा के दौरान अचानक सारे सदस्य जोर-जोर से ठहाके मारकर हंसने लगे, ऐसा मुश्किल ही होगा। संसद मानों जैसे कपिल शर्मा का नया शो बन गया हो। एक सांसद महोदय खड़े हो अपने ही देश में मौजूद कुछ गांव के नाम ले रहे थे और उधर सभी सांसद जोड़-जोड़ से ठहाके लगा हंस थे। घाना की संसद में देश के गांवों के कुछ अटपटे नामों ने ऐसी ही स्थिति पैदा कर दी। इन गांवों के नाम वजाइना, पीनिस और टेस्टिकल हैं।
एसबीएस न्यूज के मुताबिक, संसद में सांसद जॉन फ्रिमपॉन्ग ओसेइ ने उन गांवों के नाम लेने शुरू किए जो नैशनल ग्रिड से जुड़े नहीं हैं। इनमें से एक गांव का नाम Etwe nim Nyansa था जिसका मतलब है वजाइना इज वाइज यानी योनी बुद्धिमान है। गजब के मतलब निकलते हैं घाना में मौजूद इन गांव के। महिला से ले कर पुरुष सेक्स ऑर्गन्स के नाम पर दिया गया हैं इस देश के अलग-अलग गांव का नाम।
ट्विटर पर देखे वीडियो, स्पीकर महोदय भी नहीं रोक पाए हंसी
Viewer discretion advised. ??♀️ pic.twitter.com/HnZwUnatyx
— Veronica Commey (@VeronicaCommey) July 27, 2018
इसके बाद उन्होंने जो नाम लिए उसमें Kote ye Aboa भी शामिल था जिसका अर्थ होता है, पीनिस इज फूल यानी पीनिस मूर्ख है। एक अन्य गांव का नाम Shua ye Morbor था, जिसका अर्थ है टेस्टिकल्स आर सैड। इन नामों को सुनते ही घाना की संसद हंसी के ठहाकों से गूंज पड़ी।
ऊर्जा मंत्री बोआके अग्यारको ने कहा कि संसद में कुछ समय के अंतराल पर इस तरह का हंसी मजाक होना अच्छा है। हालांकि, मजाक को हटा दिया जाए तो वर्ल्ड बैंक के मुताबिक, घाना ने पूरे देश में बिजली पहुंचाने के लिए तेजी से काम किया है। साल 1990 में जहां देश की सिर्फ 20 प्रतिशत आबादी के पास बिजली थी तो वहीं साल 2016 तक 80 प्रतिशत नागरिकों तक बिजली पहुंच चुकी है।