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Flipkart की वजह से खराब हुआ फोन, देने पड़े 15000 हजार

08-1454940141-29-1432881039-flipkartimageहैदराबाद। ऑनलाइन कॉमर्स कंपनी फिल्पकार्ट ने अपने ग्राहक को मुआवजे के तौर पर 15000 रुपए का भुगतान करना पड़ा। खबरों की गर मानें तो कंपनी ने अपने कस्टमर को खराब चार्जर दे दिया, जिसके इस्तेमाल से उसका मोबाइल खराब हो गया। याचिकाकर्ता डॉक्टर अहमद इरफानी के मुताबिक, उन्होंने जनवरी 2016 में 259 रुपए में एक बैटरी चार्जर लिया था जिसका इस्तेमाल करते समय तार ही जल गया है और फोन खराब हो गया।

फिल्पकार्ट ने मुआवजा देने से किया था इंकार

इरफानी ने कहा, ‘जब मैंने इसकी शिकायत फ्लिपकार्ट से की तो उन्होंने मुझे दूसरा चार्जर देने की बात की लोकिन उस खामियाजे को भरने से मना कर दिया जो मुझे हुआ था। मेरा फोन डैमेज हो चुका था।’ उनका कहना था कि डिवाइस की खराब होने की वजह ज्यादा वोल्टेज हो सकती है। चार्जर पर यह साफ-साफ लिखा गया था कि वह 110 से 240 वोल्ट के बीच की पावर पर काम कर सकता है।

खराब सेवा देने का आरोप लगाते हुए इरफानी ने कोर्ट में एक याचिका डाली। उन्होंने रीफंड और मुआवजे की मांग की।  फिल्पकार्ट के मुताबिक, यह सिर्फ एक ऑनलाइन वेबसाइट है जो प्रोक्डट बेचने वालों से खरीदने वालों को मिलाता है। उनका प्रॉडक्ट की गुणवत्ता से कोई वास्ता नहीं। बाद में उन्होंने दलील दी कि मोबाइल शॉर्ट सर्किट की वजह से डैमेज हुआ था, इसमें चार्जर का कोई दोष नहीं था। बेंच ने कहा, ‘फ्लिपकार्ट इस तरह अपने दायित्व से पीछे नहीं हट सकता क्योंकि इरफानी ने फ्लिपकार्ट के जरिए ही प्रॉडक्ट खरीदा है और इस तरह सर्विस प्रोवाइडर और कंज्यूमर के बीच संबंध है।’

बेंच ने कहा कि अगर चार्जर में 110 से 240 वोल्टेज में काम करने की क्षमता है तो वोल्टेज बढ़ने की वजह से उसे खराब नहीं होना चाहिए था। इसलिए फ्लिपकार्ट के न केवल रीफंड करना होगा बल्कि मुआवजे के तैर पर 15000 रुपए देने होंगे।

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