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पुत्रप्राप्ति के लिये जन्माष्टमी के दिन करें ये काम, सूनी गोद भर जाएगी

इस बार जन्माष्टमी 2 सितंबर और 3 सितंबर को मनाई जाएगी. कन्हा कहीं धोती कुर्ता पहनेंगे तो राधा रानी लहंगा औऱ चुनरीमें भक्तों को दर्शन देंगी. रविवार को स्मार्त और सोमवार को वैष्णव जन प्रभु का जन्मोत्सव मनाएंगे.इस दिन बाल-गोपाल के मंदिरों में श्रद्धालुओं का हुजूम रहता है. लोग भगवान की पूजा-अर्चना करते हैं और उन्हे भोग लगाते हैं. जन्माष्टमी की आधी रात के भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है.इसलिए हम आपको यहां कुछ सावधानियां और उपाय बता रहे हैं जिनका उपयोग आप अवश्य करें.

यह कुछ उपाय आप जन्माष्टमी पर जरूर करें-

#श्रीराधा-कृष्ण के मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण को पीले फूलों की माला अर्पण करें.

#श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण को पीले रंग के कपड़े, पीले अनाज, पीले फल और पीली मिठाई चढ़ाएं.

#भगवान श्रीकृष्ण को साबुदाने अथवा चावल की खीर का भोग लगाएं, खीर में चीनी के बजाय मिश्री डालें और तुलसी दल भी मिश्रित करें.

#दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करें.

#रात बारह बजे, जिस समय भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था उस समय दूध में केसर मिलाकर श्रीकृष्ण का अभिषेक करना चाहिए.

#भगवान श्रीकृष्ण को पानी वाला नारियल व केला अर्पित करें.

#जन्माष्टमी के दिन अपने घर में 7 कन्याओं को बुलाकर उन्हें सफेद मिठाई या फिर खीर खिलाएं साथ ही उन्हें कुछ उपहार भी दें इससे रुके हुए कार्य बनने लगेंगे.

#शाम के समय तुलसीजी के सामने घी का दीपक जलाएं और ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करते हुए तुलसी के पौधे की 11 बार परिक्रमा करें. इससे घर में सुख शांति का वास होता है.