Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

CM योगी का तीखा प्रहार, कहा- काले कारनामे उजागर होंगे, इसलिए भाग रही है सपा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विधानसभा की कार्यवाही में व्यवधान डाल रही सपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा के 47 लोग प्रदेश के 355 विधायकों को बंधक नहीं बना सकते।

सदन को बंधक बनाने पर आसन को विचार करना चाहिए। सपा इसलिए बहस से भाग रही है कि उसके काले कारनामे उजागर होंगे। प्रदेश परिवारवादी और जातिवादी राजनीति से ऊपर उठ रहा है तो सपा नेताओं को अपनी जमीन खिसकती दिख रही है।

योगी सपा सदस्यों की नारेबाजी के बीच विधानसभा पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है विधानमंडल की कार्यवाही सुचारु चले। सर्वदलीय बैठक में सभी की राय थी कि सदन अधिक से अधिक चले, लेकिन सपा के सदस्यों के आचरण से देखा, समझा जा सकता है कि सच्चाई क्या है? हंगामा कर रहे सपा विधायकों की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा, अच्छा होता सपा सदस्य तर्कसंगत बहस करते।

सपा को नहीं पच रही किसानों की खुशहाली

विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सेंट्रल हॉल में मीडियाकर्मियों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में 48 घंटे और शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे में ट्रांसफार्मर बदले जा रहे हैं। वर्षों से बंद पड़े ट्यूबवेल कनेक्शन खोले गए हैं। प्रदेश में निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से बिना किसी भेदभाव के बिजली आपूर्ति की जा रही है।
किसानों की बिजली दरें 80 पैसे से बढ़ाकर 1.10 रुपये प्रति यूनिट की गई है। किसानों को बिजली मिल रही है और फसलों के दाम भी ठीक मिल रहे हैं। यह सपा को पच नहीं रहा है। सपा ने उन्हें भड़काने की बहुत कोशिश की, सफलता नहीं मिली तो सदन में अव्यवस्था फैला रहे हैं।नौजवानों, किसानों की खुशहाली सपा को रास नहीं आ रही है। वह कभी फसल ऋण मोचन योजना का विरोध करती है तो कभी कानून-व्यवस्था के लिए उठाए जा रहे कदमों का विरोध करती है।

लागत से काफी कम दर पर दे रहे बिजली
योगी ने कहा कि बिजली दरों में वृद्धि व्यापक विचार-विमर्श और सहमति के बाद जनहित में की गई है। प्रदेश में उपभोक्ताओं तक बिजली पहुंचाने की प्रति यूनिट लागत 6.74 रुपये आ रही है जबकि  हम किसानों को एक यूनिट बिजली 1.10 रुपये में दे रहे हैं। जिला मुख्यालयों को 24 घंटे, तहसील मुख्यालयों व बुंदेलखंड को 20 घंटे और गांवों को 18 घंटे बिजली दे रहे हैं। सपा किसान विरोधी और लोकतंत्र विरोधी है, उसका चेहरा बेनकाब हो गया है।