नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक ऐसा बैकपैक तैयार किया है जिसमें लोगों के चलने से विधुत का उत्पादन होगा। इसका वजन मात्र 14 किलोग्राम है। इस बैकपैक से बनने वाली ऊर्जा का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को चार्ज करने में किया जा सकेगा।
कनाडा के शोधकर्ताओं के द्वारा इस बैकपैक का डिजाइन तैयार किया है। यह बैकपैक दूरस्थ क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों जैसे सुरक्षा बलों के जवानों और आपदा राहत कर्मियों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
कैसे करता है ये काम।
कनाडा की क्वीन युनिवर्सिटी के इंजीनियर जीन पाउल ने बताया कि इस बैकपैक में एक ऐसी प्लेट लगी होती है जो विधुत पैदा करने वाले पेंडुलम को हिलाती रहती है जिसकी वजह से इसमें करंट उत्पन्न होता रहता है। यह प्लेट पांच किलो की होती है। उन्होंने बताया कि इसमें लगे अन्य 9 किलो के उपकरणों से इतनी ऊर्जा उत्पन्न की जा सकती है कि एक छोटे जीपीएस हैंडसेट या इमरजेंसी लाईट को चार्ज किया जा सके। टीम के मुताबिक जल्द ही इसे लॉन्च किया जायेगा।