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अधिकारियों की सूझबूझ से हुआ शहीद इस्पेक्टर सुबोध कुमार का हुआ अंतिम संस्कार

एटा|

बुलंदशहर दंगे में शहीद हुए स्पेक्टर सुबोध कुमार के अंतिम संस्कार को लेकर पूरे दिन हुआ हंगामा, नेताओं के ना आने पर गुस्साए परिवारीजन एवं ग्रामीण, जिलाधिकारी आईपी पांडेय एवं एसएसपी आशीष तिवारी के समझाने पर अंतिम संस्कार के लिए माने परिवारी जन।

गौरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा

  • उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी आतंकियों के हौसले इतने बुलंद है की दिनदहाड़े गौरक्षा के नाम पर आतंक मचाने वालों ने एक एटा के लाल, जाबांज इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की पत्थर एवं गोली मारकर जान ले ली|
  • आज उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गाँव तरगवा जोकि जैथरा थाना क्षेत्र में है,वहा लाया गया, जांबाज इस्पेक्टर सुबोध कुमार की मौत की खबर सुनते ही पूरे प्रदेश में पुलिस विभाग में जैसे मातम सा छा गया हो,वहीँ शहीद इस्पेक्टर के पैतृक गांव तरगवा में चूल्हे भी नही जले,पूरा गाँव गम में डूवा हुआ था|

  • इस मामले में मुख्य आरोपी बजरंगदल का कार्यकर्ता निकला,पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित 4 को गिरफ्तार भी कर लिया है,वही उनके परिजनों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि बो आयें और शहीद को शहीद का दर्जा दिया जाये और एक उनके नाम से इंटर कॉलेज भी खोला जाये जिससे एसे की जाबाज निकलकर आयें।

बीजेपी विद्यायक ने दिया विवादित बयान

  • आपको बता दें शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या पर एक भाजपा विधायक ने विवादित बयान दिया था,इसपर गुस्साये परिजनों एवं ग्रामीणों ने पार्थिव शरीर को नहीं उठने दिया,काफी मसक्कत के बाद जिलाधिकारी ईश्वरी प्रसाद पांडेय एवं एसएसपी आशीष तिवारी के समझाने पर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के दोनों बेटे मान गये|
  • उसके बाद पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ़ ऑनर देते हुये,श्रद्धा सुमन अर्पित किये गये,इसके बाद अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाव दौड़ पड़ा,उनके बड़े बेटे श्रेय ने मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया।