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बुद्ध पूर्णिमा: आज है अद्भुत संयोग,इस पूजा से मिलेंगे ढेरों लाभ

अध्यात्म डेस्क|

इस साल 18 मई को बुद्ध पूर्णिमा के दिन समसप्तक राजयोग बनने के कारण इसका महत्व बहुत बढ़ गया है। कहते हैं इसदिन किए गए कार्य में स्थायित्व प्राप्त होता है। अगर आपको घर, जमीन, वाहन या नई नौकरी या बिजनेस की शुरुआत करनी है तो ये दिन सबसे उत्तम होगा। हालांकि कई मायने में जहां शुभ काम के लिए बेहद बेहतरीन दिन होगा वहीं ग्रहों के संयोग महंगाई बढ़ने, प्राकृतिक आपदाओं को बढ़ाने के साथ भूकंप का भी सूचक दे रहा है। इसलिए कुछ दिक्कतें भी संयोग बनाती रहेंगी। समसप्तक राजयोग तब बनता है जब गुरु बृहस्पति और भगवान सूर्य आमने-सामने आ जाते हैं। 

आज से करीब 502 साल पहले के ही दिन समसप्तक राजयोग पड़ा था। आगे ये संयोग अब 205 साल बाद 2 जून 2224 में आएगा। भगवान बुद्ध का जन्मोत्सव वैसे तो हर साल बहुत महत्पूर्ण होता है लेकिन इस बार उनके जन्मदिवस पर मंगल-राहु और शनि-केतु का भी दुर्लभ योग भी बन रहा है। कुल मिलाकर इस बार बुद्ध पूर्णिमा कई मायने में बहुत मायने रखेगी। तो आइए जानें इस दिन क्या करना शुभ होगा।

  • व्रत रखें और कन्या विवाह कराएं
  • इस दिन विष्णु जी के नाम पर व्रत करना चाहिए। साथ ही किसी गरीब कन्या का विवाह कराना भी शुभकारी होता है।
  • बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए भी विशेष दिन
  • आज के ही दिन ही भगवान बुद्ध का जन्म और बोद्ध ज्ञान हुआ था। इसलिए बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए भी बुद्ध पूर्णिमा का दिन विशेष होता है।

बुद्ध पूर्णिमा को वैशाखी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि भगवान बुद्ध विष्णु के 9वें अवतार थे। हालांकि कई जगह यह भी कहा गया है कि भगवान विष्णु भी इस दिन कूर्म अवतार में पैदा हुए थे। इसलिए भी इस दिन का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन नदी पर स्नान करना और दान पुण्य करना बहुत ही फलदायी होता है। सत्यनारायण की कथा करना भी इस दिन बहुत शुभकारी होता है। साथ ही भगवान शिव की पूजा भी करनी चाहिए।

सोर्स:टाइम्स नाऊ