आज की राजनीति को देख कर कहा जाता हैं जो एक बार सांसद और विधायक बन गया समझो अपनी 7 पुश्तो का इंतजाम कर गया। मगर कही न कही ऐसा भी देखने को मिलता है कि विधायक या सांसद अपना सब कुछ जनता के लिए कुर्बान कर देते हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के पोते भारतीय राजनीति में वरुण गांधी इकलौते ऐसे सांसद हैं, जिन्होंने पिछले नौ सालों से अपने वेतन के नाम पर एक भी पैसा नहीं लिया। उन्होंने सिर्फ खुद ही वेतन नहीं लिया, बल्कि उन्होंने पूरे देश के करोड़पति सांसदों से अपने अपने वेतन गरीबों के लिए छोड़ने की बात कही थी।
वरुण गांधी गरीबों के कल्याण के लिए पिछले नौ साल से वेतन के नाम पर एक भी पैसा नहीं ले रहे हैं, बल्कि वो इसे गरीबों के लिए डोनेट कर देते हैं। वरुण गांधी ने देश के करोड़पति सांसदों का आह्वान किया था कि वे सब भी देश हित तथा गरीबों के कल्याण के लिए अपने वेतन छोड़ दें। उनका मानना है कि राजनीति पैसा कमाने का जरिया नहीं है, बल्कि राजनीति सेवा करने का साधन और रास्ता है। उनका मानना है कि यहां से बड़ी सेवा की जा सकती है। जरुरतमंद लोगों को मदद की जा सकती है।