कुछ दिनों पहले राजधानी में हुई बीजेपी नेता प्रत्युषमणि त्रिपाठी की हत्या का खुलासा करते हुए एसएसपी कलानिधि नैथानी ने दावा किया है कि भाजपा नेता त्रिपाठी ने एक साजिश के तहत खुद पर हमला कराया था। ऐसा करने के पीछे उनका मकसद घर के सामने हुए विवाद के आरोपियों को जेल भिजवाने और सुरक्षा लेने के लिए था। लेकिन, हमले के दौरान शरीर से काफी खून गिर गया और ट्राॅमा ले जाते समय उनकी मौत हो गई। भाजपा नेता की एक सप्ताह पहले महानगर इलाके में धारदार हथियार के हमले में मौत हो गई थी।
एसएसपी ने बताया कि भाजपा नेता की हत्या में अनिल राणा, अमित अवस्थी राज, महेंद्र गुप्ता को गिरफ्तार किया गया था। जबकि दो लोग अभी फरार हैं। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बीते दिनों प्रत्यूष के साथ मारपीट हुई थी। उस मामले में गंभीर कार्रवाई के लिए उसने हमले की साजिश बनाई थी। मृतक नेता के परिजनों ने जिन्हें नामजद किया था, उनकी घटना के वक्त लोकेशन गुड़गांव में मिली थी। वहीं, गिरफ्तार आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की गई तो मामला खुलकर सामने आ गया। पुलिस ने इस हत्याकांड में तीन युवकों को पकड़ा था। पूछताछ में सामने आया कि तीनों युवक मृतक भाजपा नेता के गुर्गे थे।
गुर्गों ने बताया कि प्रत्यूष के घर के सामने रहने वालों लोगों से जमीन का विवाद हुआ था। उन लोगों को सबक सिखाने और सुरक्षा लेने के लिए हमले की स्क्रिप्ट तैयार की गई थी। प्रत्यूष ने कंधे पर हमला करने के लिए गुर्गों से कहा था। तय स्क्रिप्ट के मुताबिक, गुर्गों ने तीन दिसंबर को बादशाह नगर के पास हमला किया। लेकिन हमले में वह कुछ ज्यादा घायल हो गए। इसके बाद हमलावर मौके से फरार हुए। लोगों ने जब उन्हें घायलावस्था में देखा तो ट्राॅमा सेंटर पहुंचाया। तब तक प्रत्यूष की मौत हो गई।