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ऑडियो वायरल: घूस न मिलने पर खुलेआम गालियां बकता है बलिया का यह लेखपाल

यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ का सत्ता संभालने के बाद पहला संबोधन तो आपको याद ही होगा. अपराध मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त, सख्त लॉ एंड आर्डर. मानो उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की कवायद शुरू हो चुकी हो. नए मुख्यमंत्री की इन बातों को सुन प्रदेश की जनता में एक नई उम्मीद की किरण सी जग गयी थी. फिर क्या, वक्त गुजरता गया, उम्मीदें धूमिल होती गईं. ऐसा इसलिए क्योंकि अब तक इनमें से कोई भी बात धरातल पर कारगर होती नजर नहीं आयीं.

सीएम योगी अदित्यानाथ ने एक और दावा किया था कि अगर कोई सरकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. लेकिन हो इसके उलट रहा है. आये दिन प्रदेश में भ्रष्टाचार के नए नए मामले प्रकाश में आ रहे हैं. मामला सरकार के संज्ञान में पहुंच भी रहा है लेकिन कार्रवाई तो दूर इसपर कोई अमल तक नहीं कर रहा है. इसका ताजा उदहारण प्रदेश के पूर्वी छोर पर बसा बलिया जिले का है. जहां विगत चार महीने पहले एक लेखपाल की ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी. जिसमें डंके की चोट पर वह जनता से घूस लेने की बात करता सुनाई पड़ रहा है. दिलचस्प बात यह है कि वह सत्ता का धौस दिखाते हुए सरकार में अपनी पहुंच भी गिना रहा है.

क्या है मामला

दरअसल, बलिया जिला के सदर तहसील के लेखपाल रणजीत सिंह जमीन की पैमाइश करने के बदले घूस मांग रहे हैं. साथ ही वह खुद को क्षेत्रीय नेता और संघ के नेताओं का संबंधी बता जनता को डरा धमका भी रहे हैं. वायरल ऑडियो में साफ़ तौर पर सुना जा सकता है कि वह अपनी सत्ता के पैठ का इस्तेमाल कर कैसे घन उगाही कर रहे हैं. स्थानीय लोग मामले की शिकायत कई दफा सम्बंधित अधिकारी को कर चुके हैं लेकिन इनके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई हैं .

जनसुनवाई पोर्टल पर कई बार हो चुकी है शिकायत दर्ज

जनसुनवाई पोर्टल लोगों की सहूलियत और मदद के लिए शुरू किया है लेकिन अब यहां जनता की समस्याएं सुनता कौन है, शिकायतों का अम्बार लगे होने के बावजूद भी पीड़ितों को यहां मदद नहीं मिल पाती. ऐसा हम नहीं, ऐसा कहना है उन लोगों का जो यहां पिछले कई दिनों से अपनी शिकायत दर्ज करा रहे हैं.इस केस में भी पीड़ित ने इसी उम्मीद के साथ यहां शिकायत दर्ज कराई है लेकिन अभी तक उसपर कोइ सुनवाई नहीं हुई।  पहले भी ऐसे कई मामले उजागर हुए हैं.

कार्रवाई के नाम पर जिले में ही स्थानान्तरण

लगातार हो रही शिकायत के बाद लेखपाल रणजीत सिंह जो घुसखोरी के लिए पूरे जिले में प्रचलित हैं उनका जिले में ही स्थानान्तरण कर दिया गया है.अब इस बात की क्या गारंटी है कि वो वहां ऐसा नहीं करेंगे. सवाल यह उठता है की आखिर किसकी छत्रछाया में ऐसे सरकारी कर्मचारीफलफूल रहे हैं.