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लड़कियों को आत्मरक्षा और लड़कों को आचरण सिखायें अभिभावक:हंसमती

देव श्रीवास्तव/लखीमपुर खीरी|
महिलाआें की सुरक्षा एवं उनमें आत्मरक्षा की भावनाआें को बढ़ाने के उद्देश्य से एक विशेष अभियान चलाया गया। सबसे पहले महिला थानाध्यक्ष ने अपनी टीम के साथ शहर के सभी बालिका विद्यालयों एवं महाविद्यालयों की आेर गश्त की। उन्होंने लड़कियों के स्कूल के पास खड़े लड़कों को सख्त हिदायत दी और उसे खड़े होने का कारण पूंछा। पुलिस को देखकर कई लड़के घबरा गए। महिला थानाध्यक्ष ने उन्हें  लड़कियेां को अपनी बहन-बेटियों की तरह सम्मान देने और उन्हें छेडऩे के बजाए उनके लिए भयमुक्त माहौल बनाने में योगदान देने की अपील की। इसके बाद शहर के सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इंटर कालेज में विशेष कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला में लड़कियों को आत्म सुरक्षा के पैंतरे बताए गए।

मनचलों के खिलाफ चलाया विशेष अभियान

महिला थानाध्यक्ष हंसमती ने स्कूल समय में कन्या विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के आस-पास खड़े होने वाले मनचलों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया। उन्होंने जीजीआईसी, आर्यकन्या महाविद्यालय, आर्यकन्या इंटर कालेज, बालिका विद्या मंदिर सहित कई कालेजों व कोचिंग सेंटरों के आस-पास भ्रमण किया। एसआे ने इन जगहों के आस-पास खड़े होने वाले संदिग्ध युवकों से पूछतांछ की। कई जगह संतोषजनक जवाब न मिलने पर फटकार भी लगाई। उन्होंने लड़कों को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि वह किसी अन्य की बहन-बेटी से छेड़छाड़ करने से पहले यह सोचें कि यदि एेसा उनकी अपनी बहनों के साथ होगा, तो कितना बुरा लगेगा। उन्होंने कहा कि हर लड़की सम्मान के साथ भयमुक्त वातावरण में जीना चाहती है। बेहतर होगा कि सभी लोग इस आेर विशेष ध्यान दें। वहीं उन्होंने अभिभावकों से भी इस मामले में अपने बच्चों से बातचीत कर उन्हें सही’-गलत का फासला समझाने की जरूरत पर बल दिया। 
 उन्होंने अभिभावकों से अपनी बेटियों को सुरक्षा के मद्देनजर जुडो-कराटे, मार्शल आर्ट आदि सिखाने की  अपील की। इस दौरान महिला सुरक्षा को लेकर कालेज की प्रधानाचार्य शिप्रा बाजपेई ने कहा कि हर परिवार में ‘हम बदलेंगे युग बदलेगा, हम सुधरेंगे युग सुधरेगा की भावना होनी चाहिए। मां-बाप न केवल अपनी लड़कियों के प्रति फिक्रमंद हो बल्कि व अपने बेटों को भी सही गलत के मायने सिखाए। यदि उनका बेटा किसी की बेटी के साथ कोई गलत हरकत करता मिलें तो उसका समर्थन करने के बजाए उसका विरोध करना सीखें। इस दौरान कालेज की छात्राआें ने भी अपने विचार व्यक्त किए।