योग से न सिर्फ़ आपका शारीरिक स्वास्थ्य ठीक रहता है ,बल्कि आपका मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। तथा शरीर और मन की कार्य क्षमता में वृद्धि होती है । इसीलिए आजकल निजी तथा सरकारी दोनो क्षेत्रों में योग शिक्षकों की माँग लगातार बढ़ती जा रही है । प्रसिद्ध योग गुरु मंगेश त्रिवेदी बताते है की आजकल योग से बेहतर करियर का भी निर्माण किया जा सकता है । योग शिक्षक बनने के लिए ज़रूरी है कि आपको योग की पूरी समझ एवं जानकारी के साथ साथ शरीर विज्ञान का ज्ञान हो ,अगर आप एक भी योगासन या प्राणायाम ग़लत तरीक़े से करेंगे या कराएँगे तो वह नयी परेशानी को जन्म दे सकता है ।योग गुरु मंगेश का कहना हैं कि स्कूल-कॉलेजों में योग इंस्ट्रक्टर बनने के अलावा, लेक्चरर, रीडर व प्रोफेसर बनने का ऑप्शंस भी होते है। हॉस्पिटल्स, एंप्लायीज ट्रेनिंग सेंटर्स आदि के अलावा योग इंस्ट्रक्टर के तौर पर विभिन्न निजी कंपनियां, होटलों, अस्पतालों में भी अपनी सेवा दे सकते हैं या खुद का योग सेंटर भी खोल सकते हैं। शुरुआती दौर में करीब 15-20 हजार रुपये कमा सकते है। और आगे जाकर अपने बढ़ते हुए अनुभव और ज्ञान के आधार पर 2 लाख प्रतिमाह तक कमा सकते है ।
इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश राज्य सरकार तथा उत्तराखंड राज्य सरकार ने प्राथमिक विद्यालय तथा इंटर कॉलेज में योग को एक विषय के रूप में पढ़ाने का विचार कर रही है तथा प्रत्येक केंद्रीय विद्यालय में एक योग शिक्षक की नियुक्ति अवश् होती है ।जिससे काफ़ी लोगों को योग के माध्यम से रोज़गार की प्राप्ति होगी । परंतु इसके लिए आवश्यक है की आपने किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय से योग में डिप्लोमा या परास्नातक की शिक्षा प्राप्त की हो ।
वर्तमान में भारत में 30 से ज्यादा विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में योग विषय में स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं। किसी भी क्षेत्र के स्नातक योग से संबंधित पाठ्यक्रम में शामिल हो सकते|