जिस दुनिया में हम रहते हैं, उस दुनिया के अंदर भी एक अलग ही दुनिया है। जिसे हम परालौकिक दुनिया के नाम से जानते है। इस दुनिया में वो लोग रहते हैं जो उम्र पूरी न होने के पहले किसी दुर्घटना में मर जाते हैं, या फिर असमय मृत्यु बीमारी या अन्य कारणों के कारण मरने के बाद परालौकिक दुनिया में पहुुंचते हैं ।
परालौकिक शक्तियों के कई जानकारों का मानना है कि ऐसे लोग अपनी इच्छाओं की पूर्ति और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए, मरने के बाद वापिस वास्तविक दुनिया में अपनी दस्तक देते हैं। परालौकिक लोक में रहने वाले ऐसे ही लोगों की अजीबोगरीब बातें…
– ऐसे लोगों को वास्तविक दुनिया में आने के लिए शरीर की आवश्यकता होती है। इसलिए वह उन लोगों के शरीर में प्रवेश करते हैं जिनका मन कमजोर होता है।
– परालौकिक लोक के लोगों को भूत, पिशाच और चुडैल के नाम से जाना जाता हैं। जो किसी शरीर में कुछ घंटों या फिर आजीवन वास बना लेते हैं।
– परालौकिक शक्तियों के जानकारों का मानना है कि कोई भी जानवर ऐसे लोगों को आसानी से पहचान लेता है। श्वान ऐसे लोगों को देख रात में भौंकना शुरु कर देता है। यह बात परालौकिक शक्तियों के आस-पास होने का अहसास दिलाती है।
– परालौकिक संसार से जुड़े पिशाच ऐसी जगह को अपना घर बनाते हैं जहां कभी किसी की असमय मृत्यु हुई हो। इसलिए पुरानी हवेली, प्राचीन खंडहर, खाली पड़े मकान, वृक्ष व कुए, बावड़ी के आस-पास कोई नहीं जाता है।
– गरुड़ पुराण के अनुसार जब व्यक्ति की मृत्यु के बाद पुत्र आदि जो पिंड और अंत समय में दान देते हैं, इससे भी पापी प्राणी की तृप्ति नहीं होती क्योंकि पापी पुरुषों को दान, श्रद्धांजलि द्वारा तृप्ति नहीं मिलती। यह लोग उम्र पूरी होने तक मृत्यु लोक के परालौकिक संसार में भूत बनकर रहते हैं।