Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

हमसफर ने राह में उतारा और बदनियतों नें कार में खींचा

देव श्रीवास्तव

मैगलगंज-खीरी।

जिस प्रेमी के साथ अलग दुनियां बसाने के लिए निकली थी उसने तो रास्ते में ही उतार दिया। बेसहारा लड़की को अब अपने परिवार की याद आने लगे। आखिरकार उसने वापस लौटने का इरादा किया। लेकिन उसे नहीं पता था कि रास्ते में खड़ी उस लड़की पर कई और भी नजरें बदनियती के इरादे से लगी हुई हैं। टैक्सी का इंतजार कर रही लड़की के सामने अचानक एक कार रुकी। तीन-चार लोग तेजी से उसमें से निकले। इससे पहले कि बेसहारा हुई लड़की कुछ सोच पाती सभी ने उसे कार में खींच लिया और कहीं ले जाने की कोशिश करने लगे। पर कहते हैं ‘जाको राखे साइयां मार सके न कोय। इसी बीच डायल 100 पुलिस आ गई। पुलिस को देख कार सवार लड़की को छोड़ भाग निकले। पुलिस ने परिवार को सूचित किया और लड़की को मेडिकल के लिए भेज दिया। 

 

मैगलगंज थाना क्षेत्र के गांव चौगानपुर निवासी सुरेंद्र पाल सिंह की पुत्री कोमल सिंह उम्र (16) 11 दिसम्बर की शाम को घर से कही चली गयी थी। जिसका मुकदमा सुरेंद्र पाल सिंह के द्वारा थाने में राज वर्मा निवासी कांट शाहजहांपुर के खिलाफ  नामजद दर्ज कराया था। पता चलने पर घरवालों के द्वारा लड़के से सम्पर्क कर समझाया गया तो राज वर्मा के द्वारा लड़की को उसके गांव चौगानपुर के समीप ही छोड़ दिया गया। पर लड़की किसी भी कीमत पर जाने को तैयार नहीं थी। लड़की पुन: बाईपास हाइवे पर आकर टैक्सी का इंतजार करने लगी। इसी बीच कार सवार तीन-चार लोग रुके और लड़की को जबरन खींच कर गाड़ी में डालने का प्रयास करने लगे। तब तक यूपी 100 अचानक वहां पहुंच गयी जिसे देख कार सवार भाग निकले। पुलिस के पहुंचने के चलते लड़की की इज्जत बच पायी नही तो एक गंभीर घटना घट सकती थी। डायल 100 फिर उसे थाने लेकर गयी और मैगलगंज पुलिस की सुपुर्दगी में दे दिया। थाना प्रभारी घनश्याम राम ने बताया इस लड़की के पिता के द्वारा कल ही लड़की को बहला फुसलाकर भगा ले जाने का नामजद मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। जबकि जानकारी मिली है कि यह मामला प्रेम प्रसंग का है। फिलहाल लड़की को पुलिस अभिरक्षा में मेडिकल परीक्षण के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया गया।

पुलिस को कुछ और इंतजाम करने की जरूरत

सुरक्षा सप्ताह में पुलिस व प्रशासन लड़कियों को निर्भीकता के साथ परिस्थिति का सामना करना और हमेशा उनकी सुरक्षा के लिए तत्पर रहने के साथ महिला विरोधी अपराध करने वालों को चेतावनी दे चला आ रहा था। लेकिन इन जागरुकता के बावजूद महिला अपराधों को अंजाम देने वाले बाज नहीं आ रहे। ऐसे में जागरुकता के साथ-साथ प्रशासन को और भी इंतजाम की जरूरत है।