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सेहत के लिए बेहद खतरनाक हैं डेली यूज की ये चीजें

जहर से भरी हुई हैं दैनिक इस्तेमाल की कई चीजें

भले ही आप संतुलित आहार लेते हों, एक्सर्साइज करते हों, नियमित हेल्थ चेकअप करवाकर खुद को फिट रखते हों लेकिन हमारे डेली यूज में आने वाली ऐसी कई चीजें हैं जो टॉक्सिन्स से भरी हुई हैं और इनसे हम खुद को सुरक्षित नहीं रख पाते। बिल्स हों, फास्ट-फूड को लपेटने वाला रैपर या फिर सनस्क्रीन और डिओडरेंट…हम अपने दैनिक जीवन में ऐसी कई चीजों का इस्तेमाल करते हैं जिसका संबंध कैंसर, मोटापा और कई दूसरी बीमारियों से है। आगे की तस्वीरों में पढ़ें, कि वे कौन सी चीजें हैं जिन्हें हम हर दिन इस्तेमाल तो करते हैं लेकिन वे हमारी सेहत के लिए बेहद खतरनाक हैं…

नेल पॉलिश

नेल पॉलिश में ऐसे केमिकल्स पाए जाते हैं जो अग्नि अवरोधक होते हैं और इस केमिकल की वजह से शरीर के नर्वस सिस्टम और हॉर्मोन लेवल में बदलाव हो सकता है। साथ ही कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है।

कॉस्मेटिक, शैंपू, हेयर जेल

हर दिन इस्तेमाल होने वाले कॉस्मेटिक्स, शैंपू, हेयर जेल और लोशन में पाराबेन नामक केमिकल पाया जाता है जिसकी वजह से शरीर में ऐस्ट्रोजन हॉर्मोन्स जैसे कई और हॉर्मोन्स बन सकते हैं।

फास्ट-फूड रैपर

फास्ट फूड को लपेटने में इस्तेमाल होने वाला रैपर हो या फिर दाग-धब्बों को हटाने के लिए इस्तेमाल होने वाला सामान…इन सभी में PFAs यानी पर ऐंड पॉलिफ्लूरोएलकाइल सब्सटेंस पाया जाता है। इस केमिकल की वजह से बच्चों का इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है और कैंसर का रिस्क बढ़ जाता है।

फिनाइल की गोलियां

कपड़ों को कीट-पतंगों से दूर रखने के लिए इस्तेमाल होने वाली फिनाइल की गोलियां या फिर टॉइलट को खुशबूदार बनाने में इस्तेमाल होने वाले डिओडराइजर में डिक्लोरोबेंजाइन केमिकल पाया जाता है जो शरीर में मौजूद थायरॉइड हॉर्मोन्स को प्रभावित करने के साथ ही कैंसर के खतरे को भी बढ़ाता है।

परफ्यूम, कोलोन, एयर फ्रेशनर

हर दिन इस्तेमाल होने वाला परफ्यूम, कोलोन और एयर फ्रेशनर जैसे प्रॉडक्ट्स में फैलेट और फ्रेगरेंस केमिकल्स मिलाए जाते हैं। इन केमिकल्स की वजह से एक तरफ जहां पुरुषों की प्रजनन क्षमता और फर्टिलिटी प्रभावित होती है, वहीं दूसरी तरफ अस्थमा के लक्षणों में भी बढ़ोतरी देखने को मिलती है।

टूथपेस्ट, साबुन, डिओडरेंट

हर दिन इस्तेमाल होने वाला टूथपेस्ट, साबुन और डिओडरेंट जैसी चीजों में ऐंटीमाइक्रोबियल केमिकल पाए जाते हैं जो शरीर में मौजूद थायरॉइड और दूसरे हॉर्मोन्स को प्रभावित करता है।