लखनऊ। बहुमत के साथ यूपी की सत्ता में आई योगी आदित्यनाथ की सरकार मोदी सरकार की राह पर चलते हुए पूरे एक्शन में है। बीजेपी सरकार मंत्रियों के पारदर्शिता के साथ साथ कुशासन, आचरण और समय से हर काम को करने पर जोर दे रही है। इसलिए उन्होंने सभी मंत्रियों और अधिकारीयों को सुबह साढ़े नौ बजे तक दफ्तर पहुंचने के निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि कार्यभार संभालने के बाद साढ़े दस बजे तक स्वच्छता के लिए शपथ लें और यह सुनिश्चित कर लें कि अपने घर से कोई आदेश जारी नहीं करेंगे। योगी ने लोकभवन के सभागार में सभी मंत्रियों के विभागों की घोषणा की। उनके साथ उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा भी मौजूद थे।
अपने मंत्रियों के साथ बैठक में उन्होंने सुबह साढ़े नौ बजे दफ्तर पहुंचने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें समय जरूर लगेगा लेकिन कुछ चीजों की शुरुआत हम स्वयं से कर सकते हैं। मुख्यमंत्री की बैठक समाप्त होने के बाद प्रदेश सरकार के प्रवक्ता तथा ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने लोकभवन के मीडिया सेंटर में पत्रकारों को मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशों का ब्यौरा दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि अफसरों को भी शालीन और संयमित होना चाहिए। भाजपा औरों से अलग है इसलिए व्यवहार गरिमापूर्ण होना चाहिए। अफसरों में अगर कोई गड़बड़ी है तो पीठ थपथपाकर सुधार करना होगा। जनादेश सर्वांगीण विकास का मिला है इसलिए सभी मंत्री अपने मंत्रालय में समय देकर बेहतर प्रस्तुतीकरण करें और संकल्प पथ पर आगे बढ़ें। उन्होंने संकल्प पत्र पर तेज गति से काम की अपेक्षा की है। खासतौर पर जनता से जुड़े कार्यों को गति देने को कहा है।
आपको बता दें कि इससे पहले सरकार बनने से पहले ही सरकारी अधिकारियों के लिए फरमान जारी कर दिए गए थे। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने आदेश जारी किया था। इस आदेश में साफ-साफ कहा गया है कि सबको 20 मार्च से समय पर दफ्तर आना होगा। इस आदेश का पालन न करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।