Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

सहवाग का खुलासा, बताया क्यों वनडे सीरीज में स्लेजिंग से दूर रहे कंगारू

वनडे सीरीज 4-1 से गंवा चुकी ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी इस सीरीज में स्लेजिंग से इसलिए दूर रहे, क्योंकि उन्हें इस बात की चिंता थी कि कहीं वह अगले साल होने वाली आईपीएल बोली में ऊंची कीमत मिलने का मौका न गंवा दें. ये कहना है टीम इंडिया पूर्व विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का. सहवाग ने एक टीवी प्रोग्रैम के दौरान कहा, ‘वे (ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी) अगले साल होने वाली आईपीएल बोली को लेकर चिंतित थे. अगर वनडे सीरीज में वे किसी भारतीय खिलाड़ी के साथ स्लेजिंग करते दिखते, तो भारतीय फ्रेंचाइजी इन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों पर ऊंची बोली लगाने से पहले सोचते.’

दरअसल, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जबर्दस्त प्रतिद्वंद्विता देखने को मिलती,जब ये दोनों टीमें एक-दूसरे के खिलाफ भिड़ती हैं, तो इसकी झलक हमेशा दिखती है. इस साल की शुरुआत में दोनों टीमों के बीच खेली गई टेस्ट सीरीज में भी ऐसा ही कुछ दिखा था. बेंगलुरू में दूसरे टेस्ट के दौरान तब विवाद खड़ा हो गया था, जब ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एलबीडब्ल्यू आउट दिए जाने के बाद डीआरएस लें या न लें, इसके लिए ड्रेसिंग रूम की तरफ देखने लगे थे. तब स्मिथ ने अपनी सफाई में इस घटना को ‘ब्रेन फेड’ ( कुछ समय के लिए दिमाग सुन्न पड़ जाना) बताया था. मामला इतना गंभीर हो गया था कि आईसीसी को हस्तक्षेप को हस्तक्षेप करना पड़ा था.

लेकिन,अमूमन आक्रामक क्रिकेट खेलने वाले कंगारू हालिया वनडे सीरीज में एकदम बेरंग और आत्मविश्वास से खाली दिखे. सहवाग ने कहा, ‘मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया की टीम दबाव में खेल रही थी क्योंकि उसके पास वे बड़े खिलाड़ी नहीं थे, जो कभी टीम में हुआ करते थे.’सहवाग का मानना है कि उनकी टीम दो या तीन खिलाड़ियों पर निर्भर है. डेविड वॉर्नर, स्टीव स्मिथ और एरॉन फिंच में से स्मिथ कुछ खास नहीं कर पाए. इसके अलावा पिछली बार टेस्ट सीरीज के दौरान हुई बदतमीजी, खासकर ब्रेन फेड होने वाली घटना, और उसे लेकर स्मिथ की आलोचना की वजह से भी ऑस्ट्रेलिया पर दबाव पड़ा.