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सरकार 2030 तक देगी 5 करोड़ नौकरियां,प्राइवेट कंपनियों के सहयोग से बनेगी बात

बिजनेस डेस्क|

पब्लिक व प्राइवेट संगठनों के कंसोर्टियम ग्लोबल एलायंस फॉर मास इंटरप्रिन्योर (गेम) ने देश में 2030 तक एक करोड़ नए उद्यम और पांच करोड़ रोजगार पैदा करने का लक्ष्य रखा है। इन प्रयासों में महिलाओं पर खास ध्यान दिया जाएगा।

तमाम भारतीय और ग्लोबल दानदाताओं ने गेम को अगले तीन साल के लिए 100 करोड़ रुपये की फंडिंग के लिए प्रतिबद्धता जताई है। माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के पूर्व चेयरमैन व गेम के संस्थापक रवि वेंकटेशन ने बताया कि वैसे तो रोजगार सृजन ग्लोबल चुनौती है लेकिन भारत में यह और ज्यादा कठिन काम है। नौकरियां पैदा करने के काम में कई पक्ष जुड़ते हैं। बुनियादी सुविधाओं से लेकर फंडिंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस जैसे तमाम मसले आपस में जुड़े हैं। सरकार या कंपनियां अकेले ये मसले नहीं सुलझा सकती हैं। उन्हें मिलकर काम करना होगा।

उन्होंने बताया कि एलायंस ने देश में बड़ा उद्यमिता अभियान शुरू करने का लक्ष्य रखा है। 2030 तक इससे एक करोड़ उद्यम खड़े करने का लक्ष्य है। इसमें से पचास फीसद उद्यम महिलाओं के होंगे। इससे पांच करोड़ नौकरियां पैदा करने का लक्ष्य है। गेम ने एक दिवसीय वर्कशॉप भी आयोजित किया है। 

रॉकफेलर फाउंडेशन और डैलबर्ग एडवाइजर्स के सहयोग से आयोजित यह वर्कशॉप समग्र विजन की पहचान, इच्छुक संगठनों की ओर से मदद की वचनबद्धता और ठोस कार्ययोजना बनाने के लिए पहला कदम था। इसमें कौशल विकास व उद्यमिता मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, सूक्ष्म, लघु व मझोले उद्योग मंत्रालय, आंध्र प्रदेश, ओडिशा व मेघालय की राज्य सरकारों, टाटा ट्रस्ट्स, यूनिसेफ, व‌र्ल्ड बैंक, ओमिदयार नेटवर्क और फेसबुक इंडिया समेत करीब 50 संगठनों ने हिस्सा लिया।

वेंकटेशन ने कहा कि देश में रोजगार सृजन बड़ी चुनौती है। हर महीने देश में दस लाख युवा कामकाजी आयु में आ जाते हैं। रोजगार पैदा करने वाले क्षेत्रों की दरकार है। एक दशक पहले आइटी सेक्टर खूब रोजगार दे रहे थे। आज नए क्षेत्रों की जरूरत है।

न्यूज़ सोर्स:दैनिक जागरण