देव श्रीवास्तव
लखीमपुर खीरी।
जिले में प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। नौनिहालों से पढाई की जगह मजदूरी कराई जा रही है। छोटे बच्चों से ईंटे उठवाई जा रही हैैं। ड्रेस पहनकर बच्चे स्कूल में बच्चे टीचर के डर से साफ कर रहे हैं ईंटे। इन नैनिहालों को पढ़ाने की बजाए मज़दूरी करना सिखाया जा रहा है।
यह तस्वीरे मितौली ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय की हैं। जिसमें साफ तौर पर दिख रहा है कि एक पीली साड़ी पहने महिला टीचर हाथ मे डंडी लिए बच्चों से काम करवा रही है। वही दूसरी टीचर कुर्सी पर बैठी आराम फरमा रही है। वही कुछ बच्चे ईंट उठा कर एक जगह इक्क्ठा कर रहे है। जब इन छोटे छोटे बच्चों से इस तरीके से काम कराया जाएगा तो इनका भविष्य क्या होगा।
एक नहीं कई स्कूलों का यही हाल
वही दूसरी तस्वीर बिजुआ ब्लाक के रायपुर प्राथमिक स्कूल में यूनीफार्म पहने बच्चे फावड़ा लिए दिखाई दिए। कम उम्र के ये बच्चे फावड़ा से मिट्टी खोद रहे थे और सफाई कर रहे थे। स्कूली ड्रेस में बच्चे गुरुजन की मौजूदगी में काम करते दिखाई दिए। टीचर पास खड़े थे और बच्चे फावड़ा उठाए थे। बच्चे मिट्टी की नाली साफ कर खुदाई कर रहे थे। टीचर इसकी वजह नहीं बता सके। जबकि शिक्षा विभाग ने साफ निर्देश दे रखा है कि कोई भी बच्चों से काम न कराये यदि कोई ऐसा करता है तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। जब इस मामले पर एसडीएम मितौली से बात की गई तो जाँच करवाकर शख्त कार्यवाही की बात कर रहे है।