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शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होने पर अमित शाह ने दिया बड़ा बयान…

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तीन दिन के दौरे पर लखनऊ में हैं। उन्होंने शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होने पर सहानुभूति जाहिर की। उन्होंने कहा, सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से सरकार अलग नहीं जा सकती। पर, संगठन और सरकार की सहानुभूति शिक्षामित्रों के साथ है। इनकी समस्या पर विचार किया जा रहा है।

वो पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे। पार्टी पदाधिकारियों ने उनके सामने ये मुद्दा उठाया था।

इसके पहले सीएम योगी ने भी शिक्षामित्रों से शांति बनाए रखने की अपील की और जब वह नहीं माने तो कहा कि उपद्रव करने वालों के खिलाफ सरकार कार्रवाई करेगी। वहीं, यूपी भर में शिक्षामित्रों ने शनिवार को भी प्रदर्शन किया।

शिक्षामित्रों की मांग है कि सरकार उन्हें अन्य पदों पर समायोजित करे। हालांकि, सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वो किसी भी शिक्षामित्र को नहीं हटाएगी।

अध्यादेश के लिए शिक्षामित्रों ने शुरू की भूख हड़ताल 

फैजाबाद में सुप्रीम कोर्ट द्वारा समायोजन रद्द किए जाने से आहत शिक्षामित्रों का प्रदर्शन चौथे दिन पूरे शबाब पर रहा। हजारों शिक्षामित्रों ने संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले शनिवार को जोरदार प्रदर्शन किया। हालांकि मुख्यमंत्री द्वारा हिंसा पर सख्त कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिए जाने के बाद शनिवार को धरना हिंसक रूप नहीं ले सका।किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए प्रशासन ने भी कमर कस ली थी। रविवार को सांसद का घेराव किए जाने की रूपरेखा तय की गई। चार दिन पूर्व सुप्रीम कोर्ट द्वारा शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द किए जाने के बाद शिक्षामित्रों ने आंदोलन की राह पकड़ ली।

चौथे दिन भी बीएसए कार्यालय पर शिक्षामित्र भारी तादाद में सुबह से एकत्र होने लगे। इस बीच सुबह से कामकाज भी खासा प्रभावित रहा। एक दिन पूर्व बीएसए शुधा शांडिल्य के साथ व्यवहार से कर्मचारी भलीभांति वाकिफ थे, इससे लोग भयभीत नजर आए।

चक्का जाम और प्रदर्शन के दौरान शिक्षामित्र बेहोश 

बलरामपुर में शिक्षामित्रों का हंगामा लगातार चौथे दिन शनिवार को भी जारी रहा। नार्मल स्कूल से निकलकर सैकड़ों शिक्षामित्रों ने जगह-जगह चक्काजाम कर प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट पहुंचने पर तेज धूप के चलते एक शिक्षामित्र बेहोश हो गया।डीएम के फोन करने पर भी पीड़ित शिक्षामित्र को लेने आधे घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची। हालत गंभीर देख सीओ सिटी ने पुलिस की गाड़ी से बेहोश शिक्षामित्र को इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन के बाद शिक्षामित्रों ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को दिया।

 

शनिवार को नार्मल स्कूल में निकला शिक्षामित्रों का विरोध जुलूस वीर विनय चौराहे पर पहुंचकर चक्का जाम में बदल गया। काफी देर तक नारेबाजी के बाद शिक्षामित्र कलेक्ट्रेट की तरफ चल दिए। आदर्श समायोजित शिक्षक-शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष देव कुमार मिश्र के नेतृत्व में शिक्षामित्रों ने सदर तहसील के सामने नेशनल हाइवे पर बैठकर नारेबाजी शुरु कर दिया।

प्रशासन के मान मनौव्वल के बाद शिक्षामित्रों का जुलूस कलेक्ट्रेट की ओर रवाना हुआ। कलेक्ट्रेट पहुंचते ही प्रदर्शन में शामिल शिक्षामित्र किशोरी लाल यादव तेज धूप व गर्मी के चलते बेहोश होकर गिर गया।

सरकार की चेतावनी बेअसर, चौथे दिन भी स्कूलों में पढ़ाई ठप 

लखनऊ में सहायक अध्यापक पद पर समायोजन रद्द होने से खफा शिक्षामित्रों का आंदोलन शनिवार को भी जारी रहा। प्रदेश के अधिकतर जिलों में लगातार चौथे दिन स्कूलों में तालाबंदी से पढ़ाई ठप रही। सरकार के आश्वासन और चेतावनी के बाद भी शिक्षामित्रों ने जगह-जगह धरना- प्रदर्शन और रास्ता जाम किया।पदनाम बदलकर गैर शैक्षणिक पदों पर समायोजित करने की मांग की। प्राथमिक शिक्षक संघ और पूर्व माध्यमिक जूनियर शिक्षक संघ ने भी कई जिलों में आंदोलन का समर्थन करते हुए शिक्षण कार्य का बहिष्कार किया। एटा में शिक्षामित्रों ने पैसेंजर ट्रेन रोक कर विरोध जताया। राजधानी में सांसद कौशल किशोर के मोहनलालगंज स्थित आवास पर धरना देकर सरकार से राहत दिलाने की मांग की।

प्रदेश के कई जिलों में शिक्षामित्रों ने स्कूलों में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया। उन्होंने रैली और जुलूस निकाल कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और समस्या के समाधान की मांग करते रहे। लखनऊ के शिक्षामित्रों ने मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर के निवास के बाहर धरना देकर उनसे हस्तक्षेप की मांग की। काफी देर तक धरना देने के बाद उन्हें वहां से हटाया गया। अलीगढ़ में अधिकतर स्कूलों में तालाबंदी कर शिक्षकों ने धरना और अनशन जारी रखा।

शिक्षामित्रों ने किया सांसद के आवास का घेराव 

बाराबंकी में आक्रोशित शिक्षा मित्रों का धरना प्रदर्शन शनिवार को और तीखा हो गया। बड़ेल स्थित एक निजी लॉन में धरने पर बैठे शिक्षामित्र दोपहर बाद सांसद का आवास घेरने के लिए कूच कर दिए। यह देख मौके पर मौजूद पुलिस व प्रशासन के हाथ पांव फूल गए।पुलिस ने शिक्षामित्रों को गेट पर ही रोक दिया। प्रशासन ने इस शर्त पर शिक्षामित्रों को सांसद आवास जाने दिया  कि वह किसी प्रकार का रास्ते में विरोध नहीं करेंगे, न ही जाम लगाएंगे और सांसद से शांतिपूर्ण ढंग से वार्ता भी करेंगे। इसके बाद पुलिस बल की मौजूदगी में शिक्षामित्रों को सांसद आवास पर ले जाकर ज्ञापन दिलाया गया।

सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद किए जाने का आदेश आने के बाद से शिक्षा मित्र लगातार आंदोलित हैं। जिले में भी हजारों शिक्षा मित्र अपनी नियुक्ति को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। शनिवार को भी हजारों की संख्या में शिक्षामित्रों ने पहले बड़ेल स्थित एक निजी लॉन में धरना देकर सरकार से हस्तक्षेप कर इस मामले को निपटाने की गुहार लगाई।

भड़के शिक्षामित्रों ने जाम किया हाईवे 

अमेठी के गौरीगंज में सुप्रीम कोर्ट की ओर से समायोजन निरस्त करने से भड़के शिक्षामित्रों का प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रहा। बीएसए कार्यालय से जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट के लिए निकले शिक्षामित्रों ने जामों तिराहे के पास टाडा-बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया।

पुलिस अधिकारियों के समझान पर करीब 15 मिनट बाद शिक्षामित्र कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुए। कलेक्ट्रेट पहुंचे शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। ज्ञापन में शिक्षक पद पर बनाए रखने व समान कार्य के लिए समान वेतन की व्यवस्था लागू करने के साथ ही मृत साथी के परिवारीजनों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने की मांग की गई है।

मांगें पूरी नहीं होने पर शिक्षामित्रों ने आमरण अनशन का अल्टीमेटम दिया है। बीएसए कार्यालय से जुलूस की शक्ल में निकले शिक्षामित्रों ने शहर के जामों तिराहे के समीप टांडा-बांदा राष्ट्रीयराज मार्ग को जाम कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। 15 मिनट तक जाम कर विरोध जताने के बाद प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे। कलेक्ट्रेट पहुंचने पर डीएम के नहीं होने पर भड़के शिक्षामित्रों ने हंगामा शुरू कर दिया।

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