वेस्टर्न कमांड के इंजीनियर को रिश्वत लेते सीबीआई की टीम ने रंगे हाथों को गिरफ्तार किया। दरअसल, कंस्ट्रक्शन कंपनी को बकाया बिलों के भुगतान के बदले रिश्वत मांगने के आरोप पश्चिमी कमान के असिस्टेंट गैरिसन इंजीनियर आरएस वर्मा रिश्वत मांग रहे थे। गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने 25 हजार की रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
आरोपी इंजीनियर ने कंपनी से बिलों के भुगतान के एवज में 60 हजार रुपये मांगे थे। सीबीआई की टीम आरोपी को हिरासत में लेकर उसके घर, दफ्तर सहित अन्य ठिकानों पर छापामारी कर रही है। आरोपी अधिकारी के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट की धारा-7 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
सीबीआई को एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के पार्टनर ने शिकायत दी थी कि पश्चिमी कमान में जीई में किए गए कार्यों के बदले जीई सब-डिविजन में करीब 26 लाख का बिल बकाया था। लेकिन इसके भुगतान में लगातार आनाकानी की जा रही थी। कंपनी के अलग अलग कार्यों की मद में 14, दो और 10 के तीन अलग अलग बिल बकाया थे, जिनकी अदायगी लंबित थी।
पश्चिमी कमान में एजीई के तौर पर तैनात आरएस वर्मा ने इन बिलों की अदायगी के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी से रिश्वत के तौर पर 60 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। पहली किश्त के तौर पर आरोपी एजीई ने 25 हजार रुपये मांगे। इसकी खबर सीबीआई की टीम को लग गई और आरोपी असिस्टेंट गैरिसन इंजीनियर आरएस वर्मा को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार एजीई को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
सीबीआई को एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के पार्टनर ने शिकायत दी थी कि पश्चिमी कमान में जीई में किए गए कार्यों के बदले जीई सब-डिविजन में करीब 26 लाख का बिल बकाया था। लेकिन इसके भुगतान में लगातार आनाकानी की जा रही थी। कंपनी के अलग अलग कार्यों की मद में 14, दो और 10 के तीन अलग अलग बिल बकाया थे, जिनकी अदायगी लंबित थी।
पश्चिमी कमान में एजीई के तौर पर तैनात आरएस वर्मा ने इन बिलों की अदायगी के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी से रिश्वत के तौर पर 60 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। पहली किश्त के तौर पर आरोपी एजीई ने 25 हजार रुपये मांगे। इसकी खबर सीबीआई की टीम को लग गई और आरोपी असिस्टेंट गैरिसन इंजीनियर आरएस वर्मा को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार एजीई को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा।