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लापरवाही से रात भर विद्यालय की छत पर लहराता रहा तिरंगा

देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी।
राष्ट्र भक्ति की बात आए तो देश का हर नागरिक कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होता है और अपने राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान में कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार होता है। ऐसे में अगर कोई राष्ट्रीय ध्वज का निरादर कर बैठे, तो उसकी सजा बड़ी होनी चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज की अनदेखी का एक मामला ब्लाक लखीमपुर के जमुनियां प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय में देखने को मिला। 
आपको बता दें कि राष्ट्रीय पर्वो पर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देना जहां हमारी आन, मान और शान है, तो वहीं ध्वज को लेकर तमाम तरह के नियम व कानून बने है। जिससे ध्वज की मर्यादा व उसके सम्मान को सुरक्षित रखा जा सके। इहीं नियमों में एक नियम यह भी है कि राष्ट्रीय ध्वज सरकारी व गैर सरकारी, शिक्षण संस्थानों व विभागों में आवश्यक रूप से फहराया जाएगा और इसका एक निश्चित समय भी होता है। साथ ही ध्वजारोहण के बाद तिरंगे को सम्मान सहित उतार कर उसे वापस सुरक्षित स्थान पर रखना होता है। परंतु कुछ आलसी व मनमौजी लोगों द्वारा कई बार ऐसे कृत्य किए जाते है, जो राष्ट्रभक्ति का निरादर करते है। ऐसा ही मामला ब्लाक लखीमपुर ग्राम जमुनियां के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक में देखने को मिला, जहां तिरंगा तो समय पर फहराया गया परंतु यहां के प्रधानाध्यापक समयानुसार इसे उतारवाना भूल गए। उनकी यह लापरवाही जब ग्रामीणों ने देखी, तो इसकी शिकायत स्थानीय पत्रकारों से की। हालांकि रात भर तिरंगा स्कूल की छत पर लहराता रहा। सुबह जब प्रधानाध्यापक स्कूल पहुंचे तो उन्हांेने मामला संज्ञान में आते ही तिरंगे को आनन-फानन में उतरवाया। दोनों ही विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का यह कृत्य लोगों की नाराजगी का सबब बना हुआ है।