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राष्ट्रगान के अपमान मामले में करन जौहर को हाईकोर्ट नें किया तलब

देश के जाने माने निर्माता-निर्देशक करण जौहर को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने तलब किया है.इलाहाबाद हाई कोर्टकी लखनऊ बेंच के जस्टिस महेन्द्र दयाल ने नोटिस जारी कर करण को तलब किया है.

karan pratap

क्या है मामला

कभी ख़ुशी कभी ग़म फिल्म में राष्ट्रगान के अपमान के मामले में 2002 में लखनऊ निवासी प्रताप चन्द्र नें लखनऊ के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के यहाँ शिकायत दर्ज करायी थी. शिकायत में कहा गया था कि फिल्म में राष्ट्रगान को न ठीक ढंग से फिल्माया गया था और न ही गाया गया था, बल्कि राष्ट्रगान के समय कोई कासन सावधानी भी नहीं बरती गयी थी| जिससे अचानक बजे राष्ट्रगान का मान करने हेतु खड़े होने वाले दर्शकों को सिनेमाहाल में बैठे अन्य लोगों से अपमानजनक शब्द सुनने पड़ते थे जिससे न सिर्फ राष्ट्रगान का अपमान होता था बल्कि मान करनें वालों का भी अपमान होता था |

प्रताप चंद्रा ने की थी शिकायत

करण जौहर के खिलाफ लखनऊ निवासी प्रताप चन्द्र ने वर्ष 2002 में उनकी फिल्म कभी खुशी कभी गम में राष्ट्रगान के अपमान के मामले की शिकायत लखनऊ के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में दर्ज कराई थी. प्रताप चन्द्र ने अपनी शिकायत में कहा था कि फिल्म में राष्ट्रगान को न तो ठीक से फिल्माया गया और न ही ठीक से गाया गया. इसके अलावा फिल्म में राष्ट्रगान के सम्मान के बारे में कोई जानकारी नहीं दिये जाने की वजह से राष्ट्रगान के सम्मान में खड़े होने वालों को गालियाँ खानी पड़ती थीं. इस वजह से जो लोग राष्ट्रगान के समय बैठे रहे उन्होंने राष्ट्र का अपमान किया और जो खड़े हुए उनका बैठे रहे लोगों ने अपमान किया|

15 साल किया संघर्ष

समाज  सेवक प्रताप चन्द्र के अधिवक्तागण श्री सर्वेश पाण्डेय और श्री अमित सचान नें निचली अदालत के उस उन्मोचन आदेश को चुनौती दी थी जिसमें फिल्म कभी ख़ुशी कभी ग़म के निर्देशक करन जौहर को उन्मोचित कर दिया गया था |अब इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने करण जौहर को अदालत में तलब किया है|फिल्म में राष्ट्रगान के अपमान के लिए लखनऊ निवासी प्रताप चन्द्र पिछले 15 साल से संघर्षरत हैं|

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