इम्फाल । मणिपुर विधानसभा चुनाव से राजनीति में अपनी किस्मत आजमाने जा रही इरोम शर्मिला ने सोमवार को राज्य अधिकारियों द्वारा दी जा रही सुरक्षा को लेने से इंकार कर दिया है। दरअसल इरोम को ये सुरक्षा चुनाव आयोग के निर्देश के बाद मुहैया करायी जा रही थी।
पीटीआई से बातचीत के दौरान इरोम ने बताया, ‘मेरी किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं है। डरने की कोई बात नहीं है। आफस्पा के खिलाफ अभियान चलाने वाली इरोम ने कहा,वह सशस्त्र बलों से घिरे होने के वीआईपी संस्कृति को स्वीकृति नहीं देती हैं और लोगों के साथ रहना चाहती हैं।
दूसरी ओर अतिरिक्त मुख्य सचिव जे सुरेश बाबू ने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देश का राज्य अधिकारी पालन कर रहे हैं। जिसमें उन्होने इरोम शर्मिला को सुरक्षा प्रदान करने की बता कही है, क्योकि ज्यादातर समय इरोम अकेले यात्रा करती हैं।’
इसी बीच इरोम की पार्टी के संयोजन ने कहा, ‘राज्य सशस्त्र बलों से छह कर्मियों को उनकी सुरक्षा में लगाया गया है। वो हर जगह उनकी सुरक्षा में तैनात हैं।’ चुनाव आयोग ने शुक्रवार को राज्य अधिकारियों को निर्देश जारी कर कहा था कि शर्मिला जोकि 11 वीं मणिपुर राज्य विधानसभा के थौबल से चुनाव लड़ रही हैं उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए। शर्र्मिला ने पीपुल्स पुनरुत्थान और न्यायमूर्ति एलायंस के नाम से अपनी पार्टी बनाई है। जिसके तीन उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।