नई दिल्ली: संसद में आज कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में मौत की सजा सुनाए जाने का मामला उठा। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि कुलभूषण जाधव के पास भारत का वैध पासपोर्ट है तो ऐसे में पाकिस्तान कैसे उन्हें जासूस कह सकता है। कुलभूषण जाधव को बचाने के लिए जो भी जरूरी होगा वह सरकार करेगी। पाकिस्तान पर दबाव बनाएंगे और उसके अन्याय को सफल नहीं होने देंगे। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल किया कि सरकार बताए जाधव को बचाने के लिए उन्होंने क्या कदम उठाए है। खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वह नवाज शरीफ के घर शादी में बधाई देने जा सकते हैं तो उन्होंने जाधव को बचाने के लिए पाकिस्तान से बात क्यों नहीं की।
सरकार का जवाब
कांग्रेस के इन आरोपों के जवाब में सरकार की ओर से जानकारी दी गई कि इस मामले में सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने 13 बार जाधव से मिलने की कोशिश की, लेकिन पाकिस्तान अधिकारियों ने मिलने नहीं दिया। इस मामले में सरकार हरसंभव कदम उठाएगी। वहीं, एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जाधव को बचाने के लिए सरकार कदम उठाए और दबाव का इस्तेमाल करे। इसपर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।