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युवती ने विजय को मौत के घाट उतार कर लिया अपनी इज्जत लूटने का बदला

देव श्रीवास्तव|
लखीमपुर खीरी। 
अपनी प्रेमिका और होने वाली बीवी के साथ किसी और के द्वारा जबरन दुष्कर्म किए जाने की घटना को आखिरकार कोई कैसे बर्दास्त करता। शादी के बाद पत्नी के साथ किए गए दुराचार के मामले का पता चलने पर पति ने आरोपी को खत्म करने का इरादा पाल लिया। लगातार कई बार उसकी हत्या के लिए घेराबंदी की पर हर बार वह बच निकलता। आखिरकार पति ने पत्नी के सहारे उसे बुलवाया और अपहरण कर लखीमपुर ले आए। यहां तेजाब डालने के बाद उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। 
 
पुलिस लाइन सभागार में एसपी रामलाल वर्मा ने 12 मई 2018 को विजय कुमार जायसवाल पुत्र रामशंकर जायसवाल निवासी बसडिय़ा थाना ईसानगर सुबह करीब 5:30 बजे अपने घर से सीतापुर जाने की बात कहकर निकला था। रास्ते में उसका अनुज मिश्र पुत्र मुनेश्वर दत्त मिश्र निवासी वाली थाना धौरहरा ने अपनी पत्नी व अन्य साथियों के साथ मिलकर भदफर-लहरपुर जाने वाले रास्ते पर अपहरण कर लिया। उसे अपहृत कर लखीमपुर स्थित अपने रूम पार्टनर राज गुप्ता पुत्र बसंतराम गुप्ता निवासी सिसवारी थाना तिकुनियां के कमरे पर लाए। यहां पहले सभी ने विजय कुमार जायसवाल पर तेजाब डाला और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। घटना को अंजाम देकर हत्यारे वहां से फरार हो गए। राजू ने खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए अनुज मिश्र के खिलाफ पुलिस को नामजद तहरीर दी। 
  पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना शुरू की। पुलिस लगातार अनुज मिश्र की लोकेशन ट्रेस करने में लगी थी। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने पड़ोसी जिले सीतापुर में भी कई जगह छापेमारी की। जबकि 14 मई को हत्यारोपियों की लोकेशन गोला में होने की जानकारी पर वहां भी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की। मंगलवार को मुखबिर ने सूचना दी कि मुख्य आरोपी, उसकी पत्नी व अन्य साथी नकहा कस्बे में मौजूद हैं। वह किसी किराए की गाड़ी से कहीं जाने की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस नकहा पहुंच गई और अनुज मिश्र, उसकी पत्नी प्रिया वर्मा तथा अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया। 
  कड़ाई से की गई पूछताछ में प्रिया वर्मा ने बताया कि उसका अनुज मिश्र के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। होली के दिन प्रिया अपनी रिश्तेदारी में जा रही थी। इस बीच पीछे से मोटर साइकिल सवार विजय कुमार जायसवाल ने उसे टक्कर मार दी। प्रिया रोड पर गिर गई और घायल हो गई। विजय ने इस बात की जानकारी किसी को न देने और चोरी छिपे उसका इलाज कराते रहने की गुजारिश की। प्रिया का आरोप है कि इलाज के बहाने विजय उसे खैराबाद ले जाता था जहां वह उसका शारीरिक शोषण करता था। इस दौरान प्रिया और अनुज की शादी हो गई। शादी के बाद जब इस बात का पता अनुज मिश्र को चला तो उसने विजय को खत्म करने की योजना बना डाली। 
  उसने अपनी साथी शिवाकांत मिश्र पुत्र रामसेवक मिश्र निवासी सकटापुरवा थाना फरधान, रूम पार्टनर राज गुप्ता, राकेश यादव पुत्र शत्रोहन लाल यादव निवासी दंडपुरवा मजरा शेखनपुरवा थाना लहरपुर जिला सीतापुर व शुभम त्रिवेदी पुत्र ओम प्रकाश त्रिवेदी निवासी कुवरापुर थाना धौरहरा के साथ एक राय होकर उसे कत्ल कर देने की योजना बनाई। 2 मई से लगातार वह विजय को मारने के लिए गाड़ाबंदी करते थे लेकिन वह अपनी दुकान से निकलता ही नहीं था। आखिरकार अनुज ने उसे बुलाने के लिए पत्नी प्रिया वर्मा को सहारा लिया। प्रिया ने विजय को फोन कर दवा दिलाने के लिए खैराबाद चलने की बात कही। 12 मई को विजय ने प्रिया को बाइक पर बैठाया और उसे खैराबाद ले जाने के लिए निकला। जब वह भदफर-लहरपुर के रास्ते में पहुंचा तो पीछे से आए अनुज और उसके साथियों ने विजय का अपहरण कर लिया। लखीमपुर में लिए गए किराए के कमरे पर लाकर विजय पर पहले तेजाब डाला और फिर गला घोंट कर मौत के घाट उतार दिया। इकबाले जुर्म के बाद पुलिस ने सभी हत्यारोपियों को जेल भेज दिया।