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मेंढक मंदिर: दीपावली पर यहां आने से मिलता है विशेष फल

 ओएल(लखीमपुर): मेंढ़क के पीठ पर शंकर जी विराजमान है| जी हाँ, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के ओयल कस्बे में इस जीव के आकार का एक अनोखा मंदिर है । इस मंदिर में शिवजी मेंढक की पीठ पर विराजमान हैं। ‘मांडूक यंत्र’ पर आधारित यह अद्वितीय शिव मंदिर ‘मेंढक मंदिर’ के नाम से जाना जाता है। यही नहीं 200 से अधिक साल पुराना यह मंदिर देश का इकलौता मेंढक मंदिर है।

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मंदिर का मुख

       इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां नर्मदेश्वर महादेव का शिवलिंग रंग बदलता है। यहां खड़ी नंदी की मूर्ति है,जो आपको कहीं और देखने को नहीं मिलेगी। इतिहासकारों का मानना है कि, मंदिर राजस्थानी स्थापत्य कला पर बना है और तांत्रिक मण्डूक यन्त्र पर बना है। यन्त्र विद्या पर इस मंदिर को इसलिए बनाया गया था जिससे वंश की बढ़ोत्तरी होती रहे|

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गर्भ गृह का शिवलिंग

   इतिहास:

       चौहान वंश के राजा बख्त सिंह ने इस अद्भुत मंदिर का निर्माण कराया था। इसका निर्माण 1750 से 1770 के बीच हुआ |

अद्भुत है मंदिर का वास्तु:

    इस मंदिर की संरचना में राजपूत और मुस्लिम अर्कीटेकचर स्पष्ट झलक दिखाई देती है | इस मंदिर की वास्तु संरचना अपनी विशेष शैली के कारण मनमोह लेती है। कहते हैं पहले मंदिर का छत्र सूर्य के साथ घूमता था,लेकिंज अब वो अब क्षतिग्रस्त पड़ा है। मंदिर का शिवलिंग भी बेहद खूबसूरत है और संगमरमर के कसीदेकारी से बनी ऊंची शिला पर विराजमान है। इसके अलावा खड़ी नंदी की मूर्ति मंदिर की विशेषता है।नर्मदा नदी से लाया गया शिवलिंग भी भगवान नर्मदेश्वर के नाम से विख्यात हैं। मेंढक मंदिर की एक खास बात इसका कुआं भी है। जमीन तल से ऊपर बने इस कुएं में जो पानी रहता है वो जमीन तल पर ही मिलता है। 

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मेंढक मंदिर अड़तीस मीटर लम्बाई,पच्चीस मीटर चौड़ाई में निर्मित एक मेढक की पीठ पर बना हुआ है| पाषाण निर्मित मेंढक का मुख तथा अगले दो पैर उत्तर की दिशा में हैं|

मिलता हैं विशेष फल:

   मान्यता है मेंढक मंदिर में महाशिवरात्रि और दीपावली पर भक्त बड़ी संख्या में भगवान शिव के इस अनोखे रूप के दर्शनों के लिये आते हैं। कहा जाता है कि इन अवसरों पर यहां पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। खासकर यह मंदिर वंश की बढ़ोत्तरी के सिध्द माना गया  है | हालाँकि,मंदिर अभी काफी जर्जर अवस्था में है औr सरकार की उपेक्षा का शिकार भी जिसके कारण लोगों का जाना कम हो गया |

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