मुन्ना माइकल’, एक ऐसे लड़के की कहानी जो डांस के लिए पैदा हुआ. बचपन से जवानी तक उसका एक ही सपना है कि उसे डांसर बनना है. लेकिन हीरोइन की एंट्री के बाद डायरेक्टर भूल गए कि फिल्म का नाम ‘मुन्ना माइकल’ है ना कि ‘डॉली माइकल’. बता दें कि डॉली फिल्म की हीरोइन निधि अग्रवाल का नाम है.
इसे आप कहानी का एक शॉर्ट इंट्रो समझ सकते हैं. फिल्म की शुरुआत होती है रॉनित रॉय से जो डांसर बनना चाहते हैं. लेकिन बढ़ती उम्र की वजह से उन्हें रिजेक्ट कर दिया जाता है. अपनी नाकामी का बोझ उठाए वो घर की तरफ जा ही रहे होते हैं कि उन्हें सड़क पर एक बच्चा मिलता है. अकेले बच्चे को रोता देख वो उसे घर ले जाते हैं. मुन्ना डांस करते-करते बड़ा होता है और उसका सपना एक प्रोफेश्नल डांसर बनना है. लेकिन पिता नहीं चाहते कि उनका बेटा उनकी तरह डांसर बने. वह अपने बेटे को कॉर्पोरेट जॉब में देखना चाहते हैं.
मुन्ना पैसा कमाने के लिए अपने दोस्तों के साथ क्लब में जाता है और अच्छा डांस करने की शर्त लगा कर पैसे कमाता है. यहां तक फिल्म एक डांस शो की तरह लगती है. क्योंकि शुरुआत में एक बाद एक फिल्म में डांस ही देखने को मिलता है. लेकिन एक दिन एक झगड़े की वजह से मुंबई के हर क्लब में टाइगर यानी मुन्ना के लिए नो एंट्री का बोर्ड लग जाता है.
मुंबई में ये सब देख मुन्ना दिल्ली पहुंचता और यहां क्लब में दिल्ली के ‘भाई’ के भाई से पंगा ले बैठता है. ये ‘भाई’ कोई और नहीं बल्कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी हैं. नवाज की एंट्री के बाद टाइगर और उनकी बॉन्डिंग देखने लायक है. ये दोनों फिल्म में कुछ मस्ती लेकर आते हैं. फिल्म के फर्स्ट हाफ में खुलासा होता है कि आखिर ‘भाई’ को डांस सीखना क्यों है. ये हम आपको यहां नहीं बता सकते.
कहानी -आधा स्टार
एक्टिंग-1 स्टार
डांस-आधा स्टार
कुल- 2 स्टार