मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च को सरकार की कमान संभालने के बाद मंत्रियों के साथ पहली बैठक की थी। इसमें दूसरों के लिए एक नजीर पेश करने के मकसद से अपने सभी मंत्रियों से 15 दिन के भीतर चल व अचल संपत्ति का ब्योरा पार्टी संगठन व मुख्यमंत्री के सचिव को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था।
जानकार बताते हैं कि बड़ी संख्या में ऐसे मंत्री हैं जिन्होंने यह जानकारी नहीं दी। 15 दिन की जगह करीब 25 दिन इंतजार करने के बाद मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को इस संबंध में फिर पत्र लिखा है।
जानकार बताते हैं कि मंत्रियों द्वारा समय से जानकारी न दिए जाने पर योगी खासा नाराज हैं। उनकी चिंता है कि मंत्रियों द्वारा समय से निर्देशों का अनुपालन न किए जाने से शासन व प्रशासन तक गलत संदेश जा सकता है।