नई दिल्ली। बृहनमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) चुनावों में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत हासिल नहीं हुई है। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन हो सकता है। बीएमसी चुनावों में शिवसेना को 84 तो भाजपा को 82 सीट मिली हैं। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने गुरुवार को कहा कि दोनों दलों को मुंबई में हाथ मिला लेना चाहिए।
देवेंद्र फड़नवीस मंत्रिमंडल में मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि बहुत हुई कड़वाहट। अब यह फिर से साथ आने का समय है। पाटिल का बयान इस बात का संकेत है कि एक दूसरे से लड़े ये दोनों पूर्व सहयोगी खंडित जनादेश के बाद फिर से साथ आ सकते हैं।
केंद्रीय भाजपा नेतृत्व के साथ अच्छे रिश्ते रखने वाले पाटिल ने कहा कि दोनों पार्टियों के हिस्सों में आई सीटों को देखते हुए क्या दोनों पार्टियों के साथ आने के अलावा कोई विकल्प बचा है? क्या वो (शिवसेना) कांग्रेस का समर्थन लेंगे?
पाटिल का ये बयान तब आया है जब भाजपा प्रवक्ता माधव भंडारी ने कहा कि पार्टी अपने प्रदर्शन के कारणों का ‘‘आत्मविश्लेषण’’ करेगी। पार्टी ने कहा कि ये ‘‘उम्मीद के मुताबिक नहीं’’ हैं। वहीं भाजपा नेता और राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने कहा कि उनकी पार्टी 10 नगरपालिका परिषदों और 25 जिला परिषदों में विजेता बनकर उभरी है।