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बड़ीखबर: मध्यप्रदेश में भड़की हिंसा के बाद, वोटो की फसल उगाने मंदसौर के लिए रवाना हुए राहुल गांधी

rahul_5938c0e8878bdइंदौर : मंदसौर में किसान आंदोलन में भड़की हिंसा के बाद आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मंदसौर के लिए रवाना हो गए. भड़की हिंसा में राजनीतिक तवे पर सियासत की रोटी सेकने के लिए कांग्रेस के कई बड़े नेताओ का आज मंदसौर में जमावड़ा लगेगा.

राहुल गांधी वोटो की फसल उगाने के लिए आज मंदसौर में किसानो के जख्मो पर मरहम लगाने के लिए निकल गए. हड़ताल से शुरू हुए किसान आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया है. मंदसौर किसान आंदोलन की हिंसा में पुलिस फायरिंग में 6 लोगो की मौत हो गई. अब हिंसा की लपटे पूरे प्रदेश में उठने लगी है जिसकी ज्वाला देवास जिले में भी देखने को मिली. उग्र हुए आंदोलनकारियो ने भोपाल-इंदौर हाईवे और देवास जिले को मिलाकर 13 बसों समेत 150 गाड़ियों में आग लगा दी गई है. वही चार्टेड बसों को भी आग के हवाले कर दिया. महाराष्ट्र से शुरू हुए इस आंदोलन ने मध्य प्रदेश में रौद्र रूप धर लिया है.

कमलनाथ ने मंगा इस्तीफा : कांग्रेस नेता कमलनाथ ने मध्य प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा है कि शिवराज सिंह चौहान को घटना की जिम्मेदारी लेते हुए फौरन इस्तीफा देना चाहिए. वही बुधवार को कृषि कैबिनेट की आपातकालीन बैठक बुलाई गई, जिसमे कुछ अहम निर्णय लिए गए. मंदसौर, पिपलिया मंडी, नारायणगढ़ और मल्हारगढ़ में कर्फ्यू लगाया गया है. वहीं, दलोदा और सुमात्रा में भी धारा 144 लगाने के साथ मंदसौर में सभी मोबाइल सर्विसेस सस्पेंड कर दी गईं है. प्रशासन ने रतलाम, नीमच, मंदसौर और उज्जैन में पूरी तरह से इंटरनेट सेवा बंद कर दी.

तिरंगे में लपेटकर निकाली मृतक किसान की शवयात्रा : बता दे कि मंदसौर हिंसा में मारे गए किसानो के शवों को सड़क पर रखकर सड़क जाम कर दिया गया. मंदसौर के बारखेड़ा इलाके में लोगो ने पुलिस पर फिर से पथराव शुरू कर दिया. लोगो से बात करने पहुंचे मंदसौर के डीएम के साथ धक्कामुक्की की गई. यहाँ तक कि जिला कलेक्टर के कपडे तक फाड़ दिए.,लोगो को आक्रोशित देख कलेक्टर को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा. मृतक किसानो के शव को तिरंगे में लपेटकर किसानो ने अंतिम विदाई थी.

भारी पुलिस बल तैनात :  वही इलाके के हालात को देखकर भारी पुलिस बल तैनात किया गया. कांग्रेस ने हिंसा के विरोध में कल एमपी को बंद रखा था. किसानो की मौत के बाद मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने हिंसा में मारे गए 6 किसानो के परिजनों को एक-एक करोड़ का मुआवजा देने की घोषणा की है. गंभीर रूप से घायलों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. साथ ही मृतक किसानों के परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है.

लोगो से शांति बनाए रखने की अपील : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए मंदसौर की घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि घायलों के इलाज की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार उठाएगी. साथ ही साथ सीएम चौहान ने किसानों से धैर्य रखने की अपील करते हुए कहा कि वे किसी के बहकावे में ना आएं. मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि किसान भाइयों की सभी वाजिब मांगें मान ली गई हैं और आदेश भी जारी कर दिए गए हैं.

मेरी सरकार किसानो की सरकार :  शिवराज ने कहा, ‘मेरी सरकार किसानों की सरकार है. हमारी सरकार ने सदैव किसानों के हित में आगे बढ़कर कार्य किए हैं. सीएम चौहान ने कांग्रेस पर इस आंदोलन को हिंसक बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही किसानों के इस आंदोलन को राजनीतिक रंग देने में लगी हुई है.

प्रदेश का सबसे बड़ा मुआवजा : किसान आंदोलन हिंसा में मारे गए किसानो के परिजनों को 1 करोड़ की मुआवजे की घोषणा मध्यप्रदेश के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी मुआवजा राशि है. अभी तक प्रदेश में कही भी मुआवजे की इतनी बड़ी रकम नहीं दी गई.

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