Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

बड़ीखबर: निकाय चुनाव में हार के बाद सपा में मचा घमासान, पार्टी ने तैयार की 40 भितरघातियों की लिस्ट….

निकाय चुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी में घमासान मचा हुआ है। कई महानगरों में महापौर व पार्षद प्रत्याशियों की हार पर भितरघात के आरोप लग रहे हैं। इसके जवाब में कुछ सपा नेताओं ने संगठन को ही कठघरे में खड़ा किया है। नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों वाले कई जिलों में भी ऐसे ही हालात हैं।

सपा ने इस बार निकाय चुनाव सिम्बल पर लड़ा था। टिकट नहीं मिलने पर सपा के कई नेता बागी होकर चुनाव मैदान में कूद गए। वहीं कुछ ने अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ काम किया। मेरठ नगर निगम में सपा प्रत्याशी को उम्मीद से बहुत कम वोट मिलने पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। खुद प्रत्याशी के पति ने नेताओं को कठघरे में खड़ा किया।

महानगर संगठन ने 40 नेताओं की भूमिका संदिग्ध मानते हुए पार्टी नेतृत्व को शिकायत भेजी है। वहीं, इन नेताओं ने संगठन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए जवाबी शिकायत की है। कमोबेश यही स्थिति अलीगढ़, सहारनपुर, गाजियाबाद, झांसी समेत कई महानगरों व जिलों में है।

‘कई नेताओं के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की गई’

पार्टी नेतृत्व को दो दर्जन जिलों से अनुशासनहीनता व भितरघात करने वाले नेताओं की सूची मिली है। कुछ और जिलों से शिकायतों  की सूचनाएं मिल रही हैं। इनका परीक्षण कर कुछ नेताओं पर कार्रवाई हो सकती है। चुनाव के दौरान भी कई नेताओं के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की गई थी।
गाजियाबाद में युवजन सभा के अध्यक्ष मनोज कुमार व लोहिया वाहिनी के अध्यक्ष विक्रांत और युवा नेता प्रदीप कुमार शर्मा पर गाज गिरी। हमीरपुर में रमेशचंद्र यादव को 5 साल के लिए सपा से निष्कासित कर दिया गया था।कई जिलाध्यक्षों की होगी छुट्टी!
निकाय चुनावों के नतीजों के बाद कई जिलाध्यक्षों की छुट्टी तय मानी जा रही है। इनमें ऐसे जिलाध्यक्ष शामिल हैं जिनके खिलाफ शिकायतें रही हैं और उनके जिलों में चुनाव परिणाम भी अच्छे नहीं आए।