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पूर्वांचल गठन की मांग को लेकर पीपीपी ने भरी हुंकार

लखनऊ: नये पूर्वांचल राज्य के गठन की मांग को लेकर पूर्वांचल पीपुल्स पार्टी (पी.पी.पी.) ने मंगलवार को हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना-प्रदर्शन किया तथा इस संबंध में 11 सूत्रीय मांगपत्र का ज्ञापन राज्यपाल राम नाईक को सौंपा। धरने को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनूप पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश का पूर्वी इलाका आज तक उपेक्षित पड़ा है। केन्द्र और प्रदेश सरकारों द्वारा सिर्फ छलावा और दिखावा किया गया। क्षेत्र में कल-कारखाने बंद पड़े हैं, 80 फीसदी चीनी मिलें बंद हैं, किसानों की दुर्दशा है और युवाओं का पलायन जारी है। कभी बाढ़ तो कभी सूखाग्रस्त इस इलाके में बिजली भी नाममात्र की है। श्री पाण्डेय ने कहा कि सांप्रदायिक व जातिवादी गिरोहबंदी कर राजनैतिक दल सियासी रोटी सेंक रहे हैं। गांवों की समरसता नष्ट हो गयी है। हताश व निराश जनता के सामने एक लक्ष्य सिर्फ पूर्वांचल राज्य बनाकर इस क्षेत्र का विकास करना दिखता है। 1962 मेें ही सांसद विश्वनाथ सिंह गहमरी ने संसद में यह मुद्दा उठाने के साथ ही पूर्वांचल की बदहाली और गरीबी का लेखा-जोखा भी पेश किया था, लेकिन आजादी के बाद एक दर्जन नये राज्य बनाये गये, परन्तु पूर्वांचल को नये राज्य का दर्जा नहीं दिया गया। श्री पाण्डेय ने प्रदेश सरकार से पूर्वांचल राज्य के गठन की मांग की है।

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पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद सिंह ने कहा कि किसानों का सम्पूर्ण कर्ज माफ हो, शिक्षा का बाजारीकरण बंद किया जाये, सबको वेतन समान हो, पूर्वांचल में पैदा होने वाली बिजली को पूर्वांचल को ही 24 घंटे आपूर्ति की जाये, पूर्वांचल के प्रतिभाओं के हक-हुकूम की रक्षा की जाये, पुनर्राज्य आयोग गठन आयोग को लागू किया जाये। पार्टी के सचिव खालिद मोहम्मद ने कहा कि पूर्वांचल के पिछड़ेपन का कारण जातिवाद और सांप्रदायिकता का उदय होना है। स्वास्थ्य के मामले में सबसे ज्यादा मुसीबत का सामना करना पड़ता है। सड़क व पीने का पानी यहां की सबसे बड़ी समस्या है। संविधान के अनुच्छेद 341 से धार्मिक प्रतिबंध हटाया जाये।

पूर्वांचल गठन की मांग को लेकर पीपीपी ने भरी हुंकार
धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में विनोद सिंह, खालिद चौधरी, राबिन राज, अर्जुन सिंह, जे.पी. डांगर, अनूप जायसवाल, पूरन शर्मा, अश्विनी मिश्रा, संजीव उपाध्याय, भरत चतुर्वेदी, बहादुर पाल, अशोक कुमार, हरेन्द्र सिंह, जीवन जोत, जितेन्द्र पाण्डेय, अमर सिन्हा, महेन्द्र तिवारी, आशीष पाण्डेय, भोलानाथ वर्मा, विपिन कान्त सिंह, हलचल सिंह, विवेक सिंह, राजमणि यादव, मयंक वाजपेयी, पवन पाठक, जे.पी. सिंह, हेमंत मिश्रा, नीरज शुक्ला, अमित शर्मा, दुर्गेश सिंह, अजीत श्रीवास्तव, रितेश त्रिपाठी, नितिन अवस्थी, रत्नाकर मिश्रा, अजय मिश्रा, राहुल सोनी, जगदीश वर्मा, सतनाम सिंह होरा, अरविंद कुमार, अमित शर्मा आदि शामिल हुए।

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