प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परिवर्तन महारैली के दौरान एक ऐसा बयान दे डाला जिससे खुद भाजपा ही मुश्किल में पड़ गई है। बुधवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने न्यायिक जांच बैठाकर इस मुद्दे को और हवा दे दी। इस बहाने उन्होंने मोदी पर जमकर निशाने साधे। उधर, नोटबंदी के मुद्दे पर केंद्र को घेरने की तैयारी में जुटी कांग्रेस को बैठे-बैठे नया मुद्दा मिल गया है। पार्टी ने इस मुद्दे पर भाजपा पर वार पर वार करने की रणनीति बना ली है। परिवर्तन महारैली के दौरान मोदी ने वर्ष 2013 की आपदा में स्कूटर के तेल में घोटाले का मुद्दा उठाया था। संयोग से ये मुद्दा उस समय का है जब भाजपा में शामिल हुये विजय बहुगुणा मुख्यमंत्री थे।
मोदी ने बयान दागा तो कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाने में देर न लगाई। उसने इस मुद्दे पर हमलावर रुख अख्तियार कर लिया है। उधर, मुख्यमंत्री हरीश रावत को भी केंद्र पर हमला बोलने का मुद्दा मिल गया। उन्होंने तंज किया,‘मुझे आश्चर्य है कि जिस बिंदु को मोदी जी ने उठाया है, उसकी वह इन हाउस इन्क्वायरी करा सकते थे। खनन, शराब, जमीन, आपदा घोटाले के सारे कर्ताधर्ता सपरिवार भाजपा में शामिल हैं।’